'इन्फ्लूएंजा का अब तक कोई असामान्य वृद्धि नहीं...', देश में मौसमी फ्लू की बारीकी से निगरानी कर रहा केंद्र
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश के किसी भी हिस्से में मौसमी फ्लू के मामलों में अब तक कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है और राज्यों में मौसमी इन्फ्लूएंजा की बारीकी से निगरानी की जा रही है। मालूम हो कि मौसमी इन्फ्लूएंजा तेजी से फैलने वाला एक श्वसन संक्रमण है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है
पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश के किसी भी हिस्से में मौसमी फ्लू के मामलों में अब तक कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है और राज्यों में मौसमी इन्फ्लूएंजा की बारीकी से निगरानी की जा रही है। मंत्रालय ने कहा कि साल 2009 में इन्फ्लूएंजा के पहले मामले सामने आने के बाद भारत में हर साल इस मौसमी इन्फ्लूएंजा के दो चरण पहला जनवरी से मार्च तक और दूसरा मानसून के बाद के मौसम में देखे जाते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने की समीक्षा बैठक
अमेरिका में मवेशियों और दूध में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस का पता चलने के बाद मौसमी इन्फ्लूएंजा की वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक की अध्यक्षता में समीक्षा की गई। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि दूध को उबालने और मांस को पर्याप्त तापमान पर पकाने से मनुष्यों में वायरस फैलने से रोका जा सकता है।
छोटे बच्चों और बूढ़े व्यक्तियों में तेजी से फैलता है संक्रमण
मालूम हो कि मौसमी इन्फ्लूएंजा तेजी से फैलने वाला एक श्वसन संक्रमण है, जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है और दुनिया भर में फैलता है। मौसमी इन्फ्लूएंजा छोटे बच्चों और बूढ़े व्यक्तियों में तेजी से फैलता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस मामले में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने भी राज्य सरकारों को इस मामलों से निपटने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण की सलाह दी है।
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