मशीन रहने के बाद भी मरीजों को क्यों बाहर से कराना पड़ता है X-Ray? खगड़िया के सरकारी अस्पतालों का ऐसा है हाल
खगड़िया में सरकारी अस्पतालों का हाल बेहद बुरा है। कई सीएचसी और पीएचसी में एक्स-रे की सुविधा नहीं है। कहीं एक्स-रे मशीन नहीं है तो कहीं ऑपरेटर के अभाव में एक्स-रे नहीं हो पा रहा है। परबत्ता सीएचसी में ऑपरेटर के अभाव में वर्षों से एक्स-रे सुविधा बंद है। इसकी जानकारी अलौली सीएचसी प्रभारी डॉ. मनीष कुमार ने दी है।
जागरण संवाददाता, खगड़िया। स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के जो भी दावे किए जाए, परंतु धरातल पर स्थिति दयनीय बनी हुई है। अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। जिले कई सीएचसी और पीएचसी में एक्स-रे की सुविधा नहीं है।
कहीं एक्स-रे मशीन नहीं है, तो कहीं ऑपरेटर के अभाव में एक्स-रे नहीं हो पा रहा है। परबत्ता सीएचसी में ऑपरेटर के अभाव में वर्षों से एक्स-रे सुविधा बंद है। मानसी पीएचसी में एक्स-रे मशीन नहीं है। अलौली सीएचसी में दो एक्स-रे मशीन है। परंतु आपरेटर के अभाव में दोनों बंद है।
इसकी जानकारी अलौली सीएचसी प्रभारी डॉ. मनीष कुमार ने दी है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर ऊपर लिखा गया है। बेलदौर सीएचसी में एक्स-रे मशीन है, परंतु ऑपरेटर के अभाव में यह बंद है।
चौथम सीएचसी के एक्स-रे कक्ष में झूल रहा है ताला
चौथम सीएचसी से 13 पंचायतें जुड़ी हुई हैं। इनमें दियारा की चार पंचायतें भी शामिल हैं। परंतु यहां एक्स-रे की सुविधा नहीं है। मालूम हो कि सरकार की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा को लेकर मरीजों को निशुल्क सुविधा दी जा रही है। लेकिन उसका लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है।
चौथम सीएचसी में क्षेत्र के लोगों को सुलभ स्वास्थ्य सुविधा को लेकर तत्कालीन सांसद दिनेशचंद्र यादव ने 2013 में एक्स-रे मशीन सेट लगवाए थे। मगर एक्स-रे मशीन लगने के बाद से अब तक यह बंद कमरे में धूल फांक रहा है। बताते चलें कि सांसद निधि से मिले एक्स-रे मशीन शोभा की वस्तु बनकर रह गया है।
सीएचसी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को एक्स-रे की सुविधा नहीं रहने से निजी जांच घरों में जाना पड़ता है। यहां लाखों रुपए की लागत से लगाए गए एक्स-रे मशीन मरीजों को मुंह चिढ़ाती नजर आ रही है।
सीएचसी प्रभारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि एक्स-रे टेक्नीशियन का पद रिक्त रहने के कारण एक्स-रे की सुविधा मरीजों को उपलब्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि टेक्नीशियन का पद रिक्त रहने से आज तक यह चालू नहीं हो पाया। इसके लिए कई बार विभाग को पत्र लिखा गया है।
दूसरी ओर एक्स-रे की सुविधा सीएचसी में नहीं रहने से मरीजों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती है। सीएचसी के बाहर चौथम बाजार में कई जांच घरों में एक्स-रे की सुविधा है। जहां मरीजों को महंगी फीस देनी पड़ती है।
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