Ranchi में बढ़ रहा अपराध: सुसाइड से लेकर अपहरण के मामलों में इजाफा, 'अफेयर' फैक्टर को माना जा रहा अहम
Crime in Ranchi रांची में बीते कुछ दिनों से आत्महत्या से लेकर नाबालिगों के अपहरण के मामलों में इजाफा हुआ है। सभी मामलों में मुख्य कारण प्रेम प्रसंग का आ रहा है। सभी मामलों में लगभग प्रेम प्रसंग का मुद्दा कॉमन पाया जा रहा है। प्यार में धोखा मिलने पर युवतियां जान तक दे रही हैं। ऐसे में यह एक गंभीर मामला बनता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, रांची। Ranchi Crime News : राजधानी में आत्महत्या से लेकर नाबालिगों के अपहरण के मामले काफी बढ़ गए हैं। सभी मामलों में मुख्य कारण प्रेम प्रसंग का आ रहा है। प्यार में धोखा मिलने पर युवतियां जान तक दे रही हैं। ऐसे ही एक मामले में युवती गर्भवती हो गई।
एक अन्य मामले में एक युवक की संदेहास्पद मौत हो गई। जिनके घर में कीमती जानें जा रही हैं उन घरों के लोग न्याय की उम्मीद लगा कर बैठे हुए हैं। ऐसे मामलों को लेकर अलग अलग थानों में केस दर्ज हैं।
नाबालिगों के अपहरण के केस दर्ज हो रहे हैं। मामलों की जांच में मामला प्रेम प्रसंग का निकल रहा है। नाबालिग को शादी का झांसा देकर आरोपित उन्हें भगा ले रहे हैं। पुलिस का दावा है कि हर मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दोषी कोई भी हो, छोड़ा नहीं जाएगा।
प्रेमी की शादी तय हुई तो प्रेमिका ने खा ली जहर
सुखदेव नगर थाना में लातेहार निवासी लाल उरांव ने एक युवक पर केस किया है। लाल उरांव ने पुलिस को बताया है कि उनकी भतीजी के साथ आरोपित युवक का पांच वर्ष से प्रेम संबंध था।
भतीजी ने घरवालों से कहा था कि उसकी पढाई पूरी हो जाएगी तो वह आरोपित से शादी कर लेगी। लेकिन इसी बीच युवक ने धोखा दे दिया और दूसरी लड़की के साथ उसकी शादी तय हो गई। इस बात से युवती इतनी परेशान हो गई और उसने जहर खाकर अपनी जान दे दी।
प्रेम संबंध में युवती ने फंदे पर लटक कर दी जान
चुटिया थाना क्षेत्र स्थित पावर हाउस के समीप रहने वाली एक युवती ने फांसी के फंदे पर झूलकर खुदकशी कर ली। युवती का मेसरा ओपी क्षेत्र में रहने वाले एक युवक से प्रेम संबंध था।
युवती और युवक में शादी की बात को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ था। इसी बात को लेकर युवती ने अपनी जान दे दी। पुलिस का कहना है कि युवती के घरवालों के बयान पर युवक के खिलाफ केस हुआ है। पुलिस आरोपित की तलाश में जुट गई है।
शादी का झांसा देकर युवती को किया गर्भवती
चुटिया इलाके में रहने वाली एक युवती ने आरोपित एक युवक के खिलाफ शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाते हुए चुटिया थाना में केस किया है। युवती ने पुलिस को बताया कि वह एक संस्था में काम करती है। काम करने के दौरान उसकी दोस्ती आरोपित से हो गई। इसके बाद आरोपित उससे लगातार मिलने लगा।
तीन वर्ष पहले आरोपित घर आया और उसके साथ जबरन संबंध बनाया। युवती ने इसका विरोध किया तो आरोपित ने शादी करने की बात कही। तीन साल से लगातार आरोपित यौन शोषण कर रहा है। युवती गर्भवती हो गई है।
युवती ने आरोपित से शादी करने की बात कही तो उसने इंकार कर दिया। आरोपित अब युवती को लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है। चुटिया पुलिस का कहना है कि केस कर दिया गया है। आरोपित युवक की तलाश में पुलिस उसके घर गई थी लेकिन वह नहीं मिला।
आदर्श नगर में युवती के घर में मिला एमआर का शव
पंडरा थाना क्षेत्र स्थित आदर्श नगर में रहने वाली एक युवती के घर में एमआर (मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव) धर्मवीर कुमार साव की संदेहास्पद मौत हो गई। इस मामले में धर्मवीर की मां सुनीता देवी के बयान पर युवती समेत चार लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस हुआ है।
इसमें युवती, मृतक के दोस्त प्रकाश कुमार, कुसुम देवी और दिलीप कुमार पर केस हुआ है। धर्मवीर की मां ने पुलिस को बयान दिया है कि उनका बेटा नामकुम में रहता था।
हर सप्ताह को बोकारो स्थित अपने घर जाता था। पिछले कुछ दिनों से वह घर नहीं जा रहा था। कुछ दिन पहले वीडियो काॅल पर धर्मवीर अपनी मां से बात करने के दौरान रोने लगा था और कहा था कि उसे बचा लिया जाए नहीं तो रांची में उसे मार दिया जाएगा।
धर्मवीर बोकारो आकर पूरी बात बताने वाला था लेकिन इससे पहले उसका शव युवती के घर से पाया गया। धर्मवीर की मौत के बाद जितने लोगों को आरोपित बनाया गया है सभी फरार हैं। धर्मवीर के भाई ने आरोप लगाया है कि युवती और अन्य आरोपितों ने मिलकर हत्या की है।
जागरूक नहीं किया गया तो बढ़ते जाएगा मौत का आंकड़ा
एनसीआरबी का आंकड़ा देखे तो स्पष्ट होता है कि आत्महत्या के ज्यादातर मामलों में मुख्य कारण प्रेम प्रसंग का रहता है। पुलिस को युवक और युवतियों को जागरुक करने का काम करना चाहिए। जागरुक अभियान नहीं चलेगा तो इसी प्रकार आकंडा बढ़ते जाएगा और कोई कुछ नहीं कर पाएगा। जिस प्रकार बीमारियों से बचने के लिए जागरुक किया जाता है उसी प्रकार युवक और युवतियों के लिए मेंटल हेल्थ का बोर्ड लगाना चाहिए। लोग जितने जागरुक होंगे उतने ही आत्महत्या के मामले कम होंगे। जागरुकता अभियान गांव से लेकर शहर तक चलाना होगा- सिद्धार्थ सिन्हा, मनोचिकित्सक रिनपास
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