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Bihar Teacher Salary: कब मिलेगा शिक्षकों को वेतन? केके पाठक ने उठाया बड़ा कदम, टेंशन में कई अधिकारी

Bihar Teachers Salary बिहार में शिक्षकों की सैलरी के भुगतान में देरी को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने काफी सख्त रुख अपनाया हुआ है। टीचरों के वेतन भुगतान की समीक्षा के दौरान इसमें लापरवाही मिलने से वह खफा हैं। इसी क्रम में मंगलवार को विभाग के निदेशक (प्रशासन) सह अपर सचिव ने पत्र जारी किया है। इससे अफसरों की टेंशन बढ़ गई है।

By Abhay Kumar Edited By: Yogesh Sahu Published: Tue, 30 Apr 2024 07:51 PM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2024 07:51 PM (IST)
Bihar Teacher Salary: कब मिलेगा शिक्षकों को वेतन? केके पाठक ने उठाया बड़ा कदम, टेंशन में कई अधिकारी

जागरण संवाददाता, मधुबनी। KK Pathak In Action : बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा नियुक्त विद्यालय अध्यापकों के वेतन भुगतान में बरती गई लापरवाही को लेकर निदेशक (प्रशासन) सह-अपर सचिव शिक्षा विभाग, पटना ने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं डीपीओ स्थापना से स्पष्टीकरण मांगा है। 

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पत्र के माध्यम से 24 घंटे के अंदर उक्त आरोप के संबंध स्पष्टीकरण समर्पित करने का निर्देश देते हुए कहा कि क्यों नहीं आप सभी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरू की जाए। इस पत्र से विभाग के अफसरों (डीईओ-डीपीओ) की टेंशन बढ़ गई है।

स्पष्टीकरण पर निर्णय होने तक वेतन रोका

निदेशक ने डीईओ व डीपीओ का स्पष्टीकरण पर निर्णय होने तक अप्रैल 2024 का वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया है।

पत्र में निदेशक ने कहा है कि अपर मुख्य सचिव द्वारा बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा टीआरई 1 एवं टीआरई 2 के तहत नियुक्त विद्यालय अध्यापकों के वेतन भुगतान से संबंधित कार्य प्रगति की समीक्षा की गई।

समीक्षा के क्रम में विद्यालय अध्यापकों के वेतन भुगतान की प्रक्रिया आपके स्तर से लंबित पाया गया है। विदित हो कि टीआरई 1 एवं टीआरई 2 के तहत नियुक्त विद्यालय अध्यापकों का वेतन अविलंब भुगतान करने हेतु अपर मुख्य सचिव का आदेश प्राप्त है।

साथ ही सभी नियोजित शिक्षकों का मार्च माह का वेतन भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। इस पर भी अपर मुख्य सचिव द्वारा कई बार कहा गया है।

इसके बावजूद भी टीआरई 1 एवं टीआरई 2 के तहत नियुक्त विद्यालय अध्यापकों तथा नियोजित शिक्षकों का ससमय वेतन भुगतान नहीं हो पाया है।

यह कृत्य विभागीय कार्य को प्रभावित करने, कर्त्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, स्वेच्छाचारिता एवं वरीय पदाधिकारियों के आदेश की अवहेलना स्पष्ट रूप से परिलक्षित करता है।

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