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Azam Khan: फैसले के करीब पहुंचा डूंगरपुर का एक और मामला, गवाही प्रक्रिया पूरी; अंतिम बहस 14 को

सपा शासनकाल में पुलिस लाइंस के पास डूंगरपुर में आसरा आवास बनाए गए थे। यहां पहले से कुछ लोगों के मकान बने हुए थे जिन्हें सरकारी जमीन पर बताकर वर्ष 2016 में तोड़ दिया गया था। इन लोगों द्वारा ही भाजपा की सरकार आने पर वर्ष 2019 में गंज कोतवाली में मुकदमे दर्ज कराए थे। 12 लोगों की ओर से दर्ज अलग-अलग मुकदमों में आरोप है कि...

By Bhaskar Singh Edited By: Riya Pandey Published: Mon, 06 May 2024 09:11 PM (IST)Updated: Mon, 06 May 2024 09:11 PM (IST)
फैसले के करीब पहुंचा डूंगरपुर का एक और मामला

जागरण संवाददाता, रामपुर। Azam Khan: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां के विरुद्ध चल रहे डूंगरपुर का एक अन्य मामला भी फैसले के करीब पहुंच चुका है। दोनों पक्षों की गवाही की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब न्यायालय ने अंतिम बहस के लिए 14 मई निर्धारित की है।

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सपा शासनकाल में पुलिस लाइंस के पास डूंगरपुर में आसरा आवास बनाए गए थे। यहां पहले से कुछ लोगों के मकान बने हुए थे, जिन्हें सरकारी जमीन पर बताकर वर्ष 2016 में तोड़ दिया गया था। इन लोगों द्वारा ही भाजपा की सरकार आने पर वर्ष 2019 में गंज कोतवाली में मुकदमे दर्ज कराए थे।

12 लोगों की ओर से दर्ज अलग-अलग मुकदमों में आरोप है कि सपा सरकार में आजम खां के इशारे पर पुलिस और सपाइयों ने बस्ती में आसरा आवास बनाने के लिए उनके घरों को जबरन खाली कराया था। उनका सामान लूट लिया और मकानों पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त कर दिया था।

इन मुकदमों में पहले आजम खां नामजद नहीं थे, लेकिन अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी और उनके बयानों के आधार पर पुलिस ने आजम खां को भी आरोपित बनाया था। इन मामलों की सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (सेशन ट्रायल) में चल रही है। इनमें एक मामला गुड्डू खां की ओर से दर्ज कराया गया था। इसमें अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है।

सोमवार को बचाव पक्ष को अपने गवाह पेश करने थे। बचाव पक्ष ने डूडा कार्यालय से कुछ प्रपत्र तलब किए जाने के संबंध में न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था। डूडा द्वारा ही डूंगरपुर में आसरा आवास बनाए गए थे। न्यायालय के आदेश पर डूडा की ओर से प्रपत्र न्यायालय में प्रस्तुत किए गए।

न्यायालय में अब इस मामले में 14 मई को अंतिम बहस की जाएगी। उधर, डूंगरपुर के एक और मामले में सोमवार को सुनवाई होनी थी। गवाह न आने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। अब इस मामले में नौ मई को सुनवाई होगी।

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