Lok Sabha Election 2024: शत्रुघ्न सिन्हा, रवि किशन से निरहुआ तक; यूपी-बिहार के इन फिल्मी कलाकारों ने राजनीति में लहराया परचम
Lok Sabha Election 2024 राजनीति यूपी-बिहार के कण-कण में है। अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी-बिहार की जनता राजनीतिक रूप से ज्यादा एक्टिव मानी जाती है। ऐसे में जाहिर है कि इन राज्यों से आने वाले फिल्मी सितारों की दिलचस्पी भी राजनीति में अधिक होगी। जानिए ऐसे ही कुछ सितारों के बारे में जिन्होंने फिल्मों के बाद राजनीति में जाने का लिया निर्णय।
चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। यूपी और बिहार से आने वाले टीवी और फिल्मों के कई सितारे अब तक राजनीतिक पिच पर हाथ आजमा चुके हैं और कई सितारे एक सफल पारी भी खेल चुके हैं। हाल ही में अभिनेता शेखर सुमन ने भी भाजपा का दामन थामा है। गौरतलब है कि शेखर मूल रूप से पटना, बिहार के रहने वाले हैं।
शेखर सुमन का यह राजनीति नें पहला कदम नहीं है, इससे पहले भी वह 2009 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने तब पटना साहिब लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर लड़ रहे शत्रुघ्न सिन्हा को चुनौती दी थी। हालांकि, इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने साल 2012 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। हाल ही में भाजपा ज्वॉइन की है।
मनोज तिवारी
मनोज तिवारी भोजपुरी फिल्मों के सबसे बड़े स्टार्स में से एक हैं। यूपी के वाराणसी में जन्में मनोज ने फिल्मों और गायकी में बड़ा नाम कमाने के बाद 2009 में राजनीति में एंट्री ली। 2009 में वह सपा के टिकट पर योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गोरखपुर से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन की और उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद बने। इस बार वह तीसरी बार लगातार इस सीट से मैदान में हैं। वे दिल्ली भाजपा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।
रवि किशन
भोजपुरी फिल्मों के स्टार रवि किशन ने कई बॉलीवुड फिल्मों और वेब सीरीज में भी काम किया है। अपने अनोखे अंदाज और अभिनय से अलग पहचान बना चुके रवि किशन ने 2009 में कांग्रेस के टिकट पर जौनपुर से पहला चुनाव लड़ा था। 2019 में वह भाजपा के टिकट पर गोरखपुर से पहली बार संसद पहुंचे। पार्टी ने उन्हें फिर से इसी सीट से उम्मीदवार बनाया है।
निरहुआ
मनोज तिवारी और रवि किशन की तरह एक और भोजपुरी स्टार निरहुआ ने भी राजनीति में कदम रखा और भाजपा में शामिल हुए। यूपी के गाजीपुर जिले के रहने वाले दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' को भाजपा ने 2014 में समाजवादियों के किले आजमगढ़ से मुलायम सिंह यादव के खिलाफ उतारा था। हालांकि, इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
इसके बाद पार्टी ने उन्हें 2019 में आजमगढ़ से ही अखिलेश यादव के खिलाफ मैदान में उतारा। इस चुनाव में भी उन्हें हार मिली, लेकिन 2022 के उपचुनाव में उन्होंने सपा का किला ध्वस्त करते हुए आजमगढ़ में कमल खिलाया। उन्होंने सपा के धर्मेंद्र यादव को तकरीबन आठ हजार मतों से शिकस्त दी थी। अब एक बार फिर भाजपा ने उन्हें आजमगढ़ से प्रत्याशी बनाया है।
शत्रुघ्न सिन्हा
बॉलीवुड सुपरस्टार शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी दमदार आवाज और अभिनय से दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया। 'शॉटगन' नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ था। वह पटना साहिब से 2009 से 2019 तक लगातार दो बार भाजपा सांसद भी रहे। इससे पहले वह वाजपेयी सरकार में केंद्र में मंत्री भी रहे।
हालांकि 2019 के चुनाव में उन्हें भाजपा ने पटना साहिब से टिकट नहीं दिया, जिसके बाद वह कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार मिली। इसके बाद उन्होंने टीएमसी ज्वॉइन की और आसनसोल से उपचुनाव जीतकर सांसद बने। इस चुनाव में भी पार्टी ने उन्हें आसनसोल से प्रत्याशी बनाया है।
पवन सिंह
भोजपुरी फिल्मों के स्टार और गायक पवन सिंह भी राजनीति में एंट्री ले चुके हैं। पहले उन्हें भाजपा ने शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ आसनसोल से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए टिकट वापस कर दिया था। इसके बाद अब उन्होंने बिहार की कराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस सीट से वह अपना नामांकन भी दाखिल कर चुके हैं।