Lok Sabha Election 2024: हर वोट जरूरी है...लद्दाख में सिर्फ पांच मतदाताओं के लिए 10 हजार फीट ऊंचाई पर बनेगा केंद्र
Lok Sabha Election 2024 कोई मतदाता वोट से वंचित न रहे इसलिए प्रशासन ने अनेक तरह के प्रयास किए हैं। लेह जिले में समुद्र तल से करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बसे वारशी गांव में सिर्फ पांच मतदाताओं के लिए उनके घर के सामने मतदान केंद्र बनाया जाएगा। जानिए यहां कब होगी वोटिंग और कब पहुंचेंगे मतदानकर्मी
नवीन नवाज, श्रीनगर। पृथ्वी पर चांद की धरती की उपमा पाने वाला लद्दाख बड़े ही उत्साह से लोकतंत्र के सबसे बड़े महोत्सव में भागीदारी के लिए तैयार है। कोई मतदाता वोट से वंचित न रहे, इसलिए प्रशासन ने अनेक तरह के प्रयास किए हैं। लेह जिले में समुद्र तल से करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बसे वारशी गांव में सिर्फ पांच मतदाताओं के लिए उनके घर के सामने मतदान केंद्र बनाया जाएगा।
लद्दाख प्रदेश में दो जिलों और चार विधानसभा क्षेत्रों में 1,82,571 मतदाताओं पर आधारित एक ही लोकसभा सीट है। इस सीट के लिए पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। पूरे प्रदेश में 577 मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं और इनमें सिर्फ 33 ही शहरी इलाकों में हैं। बाकी 544 मतदान केंद्र ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में हैं।
लेह जिले में नुब्रा विधानसभा क्षेत्र के वारशी गांव में तो सिर्फ एक ही परिवार के लिए मतदान केंद्र बनाया जाएगा। छह सदस्यों वाले इस कृषक परिवार में पांच सदस्य ही बतौर मतदाता पंजीकृत हैं। खुशी की बात है कि इन्हें वोट डालने के लिए कहीं दूर नहीं जाना पड़ेगा। उनके घर के बाहर स्वीकृत यह मतदान केंद्र तंबू में बनेगा।
मतदान कर्मी मतदान प्रक्रिया शुरू होने से 24 घंटे पहले ही हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचेंगे। उधर, कारगिल जिले के फेमा गांव में मतदान केंद्र सिर्फ 14 लोगों के लिए बनेगा। यह केंद्र भी तंबू में ही होगा।
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इस जिले में पांच मतदान केंद्र इचु, रालाकुंग, फेमा, शून, शेडे सबसे दुर्गम और उच्च पर्वतीय इलाकों में बनाए जाने हैं। इन सभी के लिए मतदान सामग्री और मतदानकर्मी हेलीकॉप्टर से पहुंचाए जाएंगे। वहीं, 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित पेंजि ला में बर्फ से ढकी चोटियों पर पिछले दिनों छात्रों ने मानव शृंखला और बर्फ से विभिन्न आकृतियां बनाकर मतदाताओं को वोट का महत्व बताया। इस दौरान उन्होंने मानव शृंखला के माध्मम से स्वीप भी लिखा।
ये है स्वीप
स्वीप (एसवीईईपी, सिस्टमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) देश में मतदाता शिक्षा, मतदाता जागरूकता फैलाने और मतदाता साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए चुनाव आयोग की ओर से संचालित किया जा रहा प्रमुख कार्यक्रम है।
हमारा प्रयास है कि प्रत्येक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करे। इसलिए हमने वारशी जैसे दुर्गम इलाके में सिर्फ पांच मतदाताओं के लिए भी मतदान केंद्रस्थापित करने का निर्णय लिया है। हम मतदाताओं में जागरूकता के लिए विभिन्न गांवों और शहरों में निरंतर मतदाता जागरूकता शिविर लगाने के साथ ही कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रहे हैं।
-यतींद्र एम मरलकार, लद्दाख के मुख्य निर्वाचन अधिकारी
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कारगिल जिले के फेमा में हमने 14 मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र बनाना तय किया है। यह तंबू में होगा। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए जंस्कार घाटी में पेंजि ला, दारदुंग ग्लेशियर में छात्रों ने मानव शृंखला बनाई। वहां हमने बर्फ से आकृतियां बनाने और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए। राष्ट्रध्वज के नीचे खड़े होकर लोगों ने मताधिकार का प्रयोग करने और भारतीय लोकतंत्र को और मजबूत बनाने की शपथ ली है।
-श्रीकांत सूसे, जिला उपायुक्त, कारगिल
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