Move to Jagran APP

Samudrik Shastra: परेशानी में बने रहते हैं ऐसे पैरों वाले लोग, खर्चों पर नहीं रख पाते काबू

सामुद्रिक शास्त्र में माना गया है कि व्यक्ति के शरीर की बनावट के आधार पर उसके बारे में काफी कुछ बताया जा सकता है। इसी प्रकार व्यक्ति के पैरों को देखकर भी उसके बारे में कई चीजों का पता लगा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि सामुद्रिक शास्त्र पैरों की बनावट से व्यक्ति के बारे में क्या बताता है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Fri, 24 May 2024 06:13 PM (IST)Updated: Fri, 24 May 2024 06:13 PM (IST)
Samudrik Shastra हमेशा परेशानी में रहते हैं ऐसे पैरों वाले लोग।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Samudrik Shastra in Hindi: सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति का पूरे शरीर का विश्लेषण करके उसके व्यवहार और भविष्य के बारे में काफी हद तक पता लगाया जा सकता है। ऐसे में व्यक्ति के पैर भी उसके बारे में बहुत कुछ बताते हैं। सामुद्रिक शास्त्र में कुछ ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है, जिन्हें हमेशा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

ऐसे लोग रहते हैं परेशान

सामुद्रिक शास्त्र में माना गया है, कि अगर किसी व्यक्ति के पैरों की उंगलियों के बीच जरा भी गैप नहीं होता, यानी उंगली आपस में सटी हुई होती हैं, तो यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता। ऐसा माना गया है कि ऐसे व्यक्ति को हमेशा पैसों की परेशानी बनी रहती है।

साथ ही इन लोगों को करियर में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हालांकि कड़ी मेहनत करने के बाद यह सफलता हासिल कर सकते हैं। साथ ही सामुद्रिक शास्त्र में ऐसे लोगों को खर्चीला माना जाता है।

झेलनी पड़ती हैं दिक्कतें

इसके साथ ही सामुद्रिक शास्त्र में माना गया है कि जिन लोगों की उंगलियों के बीच ज्यादा गैप होता है, ऐसे लोगों को भी किसी-ने-किसी समस्या से परेशान रहते हैं। इन्हें भी खर्चीला माना जाता है। लेकिन इन लोगों में नेतृत्व करने की क्षमता पाई जाती है, जो इन्हें दूसरों से अलग बनाती है।

यह भी पढ़ें - Money Vastu Tips: इस समय न करें पैसों का लेन-देन, वरना फायदे की जगह हो जाएगा नुकसान

हाथ में नहीं टिकता पैसा

समुद्र शास्त्र में सफेद रंग के तलवे होने को शुभ नहीं माना जाता। ऐसे व्यक्ति को जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है। वहीं तलवे का रंग पीलापन लिए हुए है, तो इसे भी अच्छा नहीं माना जाता। ऐसे लोगों के हाथ में कभी पैसा नहीं टिकता।  

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.