बंगाल को टारगेट किया तो दिल्ली को नहीं छोड़ेंगे: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस राज्य के लोग सांप्रदायिक शक्तियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को एक बार फिर भाजपा पर तीखा हमला बोला और कहा कि वे बंगाल को टारगेट करेंगे तो तृणमूल आने वाले दिनों में दिल्ली को टारगेट करेगी।
उन्होंने कहा हम असम, झारखंड में संगठन तैयार कर रहे हैं और जरूरत पड़ी तो गुजरात, यूपी सभी जगह पार्टी का संगठन बनाएंगे और दिल्ली को दखल करेंगे। ममता ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का भय दिखाने से बंगाल नहीं डरने वाला और अगर हमें गाली दी गई तो हम खाली करने का भी माद्दा रखते हैं।
गुरुवार को अलीपुर द्वारा जिले के बीरपाड़ा में जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर भी निशाना साधा और कहा कि दिन में गरीब के घर खाना खाते हैं और रात में पांच सितारा होटल में रहते हैं ऐसा दोहरा मापदंड क्यों?
नक्सलबाड़ी में खाना खाने से कोई गरीबों का शुभचिंतक नहीं हो जाता असल में तो बंगाल सरकार ने गरीबों के लिए काम किया है और बस्ती का नाम बदल कर 'गण छाया' परियोजना रख दिया गया है। मुख्यमंत्री ने वाममोर्चा पर भी निशाना साधा और कहा कि वाम तथा राम के लोग एक हो गए हैं और राज्य की तृणमूल सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं।
बंगाल में सांप्रदायिक ताकतें बर्दाश्त नहीं
ममता ने कहा कि हम राम और हनुमान के नाम पर भाजपा की तरह दिखावा नहीं करते, बल्कि दिल से धर्म मानते हैं। वे दिल्ली से राम लेकर आए जबकि हमारे यहां सभी देवी, देवताओं की पूजा होती है, यहां कई प्रसिद्ध मंदिर हैं और तीर्थ स्थान भी हैं, लेकिन हम कभी दिखावा नहीं करते। उन्होंने कहा कि भाजपा दंगेबाजों की पार्टी है और इस राज्य के ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लोगों को इससे बच कर रहना चाहिए। भाजपा समाज में मेलजोल नहीं, बल्कि विभेद को बढ़ावा दे रही है। धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा है। ऐसी पार्टियों को साफ मान लेना चाहिए कि पश्चिम बंगाल में धर्म तथा विभेद की राजनीति नहीं चलेगी। बंगाल ने कभी भी झुकना नहीं सीखा है। इस राज्य के लोग सांप्रदायिक शक्तियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
वे आएंगे लूट कर ले जाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भाजपा को मौका दिया तो वे बंगाल का सम्मान, सांस्कृतिक विरासत सभी नष्ट कर चले जाएंगे। वे धर्म के नाम पर लोगों को तोड़ना जानते हैं। बाहरी लोगों को बंगाल में लाकर यहां माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है, सशस्त्र जुलूस निकाला जाता है और फिर वे ही लोग लूटपाट करते हैं, लेकिन हम ऐसा कतई नहीं होने देंगे। इसके लिए प्रशासन को भी तैयार रहना होगा।
वादा नहीं काम करते हैं
बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रे्रस की सरकार भाजपा की तरह चुनाव से पहले वादा करने में विश्वास नहीं करती बल्कि हम काम में विश्वास रखते हैं। लोकसभा चुनाव के तीन साल पूरे होने के बाद एक भी चाय बगान का केंद्र ने अधिग्रहण नहीं किया। वहीं राज्य सरकार ने बंद पड़े सात बगानों में से तीन को खोल दिया है जबकि केंद्र सरकार यहां के बगानों को असम ले जा रही है। सुश्री बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी से क्या हासिल हुआ विदेशों से काला धान आया क्या? कहते थे कि सभी भारतीयों के खाते में 15 लाख देंगे लेकिन कुछ नहीं मिला।
बंगाल से पीछे केंद्र
ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार की उपलब्धि बंगाल से बेहतर है। देश में कृषि क्षेत्र में विकास दर 1.1 फीसद है जबकि यहां की विकास दर छह फीसद है। देश के सेवा क्षेत्र में 9.2 फीसद के मुकाबले बंगाल का 13.99 फीसद है, राष्ट्रीय विकास दर 7.3 फीसद के मुकाबले राज्य का 10.59 फीसद है।
बांग्लादेश से है प्यार
तीस्ता जल बंटवारा विवाद पर ममता बनर्जी ने कहा कि हम बांग्लादेश से प्यार करते हैं। लेकिन अगर हम तीस्ता का पानी देते हैं तो उत्तर बंगाल को पानी नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह बांग्लादेश के साथ मेरे लगाव का ही नतीजा था कि हमने राज्य से अधिक जमीन देकर तथा बांग्लादेश का कम जमीन लेकर 66 साल से लटके छीटमहल का समझौता किया।
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