रेलवे में नौकरी के नाम ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
गिरोह का मास्टर माइंड रेलवे में ही काम करता है। उसकी पहचान अमल माटिया के रूप में हुई है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। दक्षिण पूर्व रेलवे के विजिलेंस अधिकारियों ने सरकारी रेलवे समेत अन्य नौकरियों के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। रेल मंत्री के पास पहुंची शिकायत के बाद ताक में बैठी टीम ने बुधवार की शाम इस गिरोह के पांच सदस्यों को पूर्व रेलवे के ओल्ड कोयलाघाट बिल्डिंग से गिरफ्तार किया गया है। गिरोह का मास्टर माइंड रेलवे में ही काम करता है। उसकी पहचान अमल माटिया के रूप में हुई है।
घटना के बारे में बताया गया है कि पांच महीने पहले रेल मंत्रालय को यह शिकायत मिली थी कि एक गिरोह रेल के कोटे से नौकरी के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर रहा है। इसकी रिपोर्ट दक्षिण पूर्व रेलवे के विजिलेंस टीम के पास भेज दी गई थी। टीम ने कई जगहों पर छापामारी भी की थी लेकिन किसी का सुराग नहीं मिला था।
इस बीच कुछ दिनों पहले सूचना मिली कि गिरोह फिर से सक्रिय हो गया है। बुधवार को जानकारी मिलने के बाद जब विजिलेंस की टीम पूर्व रेलवे के ओल्ड कोयलाघाट बिल्डिंग के दूसरे तल्ले पर पहुंची तो देखा कि अमल रेलवे में नौकरी का नियुक्ति पत्र बांट रहा था। उसे तुरंत हिरासत में लेकर पूछताछ की गई जिसके बाद उसकी निशानदेही पर बिल्डिंग के आस-पास फैले चार और लोगों को दबोचा गया।
इनके पास से एक डायरी भी मिली है जिसमें नियुक्ति पत्र लेने वालों से हस्ताक्षर करवाया जाता था। इसकी जांच से पता चला है कि इन लोगों ने ना केवल रेलवे बल्कि स्टेट बैंक, फूड कार्पोरेशन, प्राइमरी टेट आदि में भी नौकरी के नाम नियुक्ति पत्र बांटा है। इनके पास से रेलवे के 10 जाली नियुक्ति पत्र मिले हैं।
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