गेंहू की कटाई कर रहे ग्रामीणों पर बाघ का हमला, दो घायल
कालागढ़ क्षेत्र के ग्राम कुंवा खदरी में गेहूं के खेत मे कटाई कर रहे दो किसानो पर बाघ ने हमला कर दिया। हमले से घायल दोनों किसानों को उपचार के लिए कालागढ़ पीएचसी भेजा गया है।
कोटद्वार, [जेएनएन]: कालागढ़ क्षेत्र के ग्राम कुंवा खदरी में गेहूं के खेत मे कटाई कर रहे दो किसानो पर बाघ ने हमला कर दिया। हमले से घायल दोनों किसानों को उपचार के लिए कालागढ़ पीएचसी भेजा गया है।
वन विभाग के रेंज अधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि सीमावर्ती इलाके मे गश्ती दलो को सतर्क कर दिया गया है।
सीमावर्ती इलाके के गांव कुआखेड़ा खदरी मे गेहूं के खेतो मे कटाई का काम चल रहा है। सोनानदी रेज के निकट खेतो मे कटाई कर रहे किसानो पर बाघ ने हमला बोल दिया।
बाघ के हमले मे पूरन (32 वर्ष) व दिलबाग (18 वर्ष) घायल हो गए। बाघ के हमला करने पर किसानो के शोर शराबे के चलते बाघ जंगल की ओर चला गया। मामले की सूचना वन विभाग को मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायल किसानो को एंबुलेंस बुलाकर उपचार के लिए कालागढ़ पीएचसी भेजा गया है।
दोनो किसानो के पैरो पर बाघ के पंजो के निशान है। बाघ के हमले से क्षेत्र के किसानो मे दहशत का माहौल है। उधर घटना को देखते हुए वन विभाग ने क्षेत्र मे सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। रेंज अधिकारी वीरेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि गश्ती दलो को सीमावर्ती इलाके मे सुबह शाम गश्त करने के आदेश दे दिए गए है।
पहले भी हो चुके हैं हमले
सीमावर्ती इलाके मे बाघ सक्रिय है। यहां बाघ पहले भी दो हमले कर चुका है। इनमे एक महिला की मौत हो गई थी तो दूसरी गंभीर घायल है। वहीं बाघ सोनानदी रेंज के वनो से निकलकर रामगंगा नदी के खादर, स्टील ब्रिज इलाके मे विचरण करता देखा गया है। इसे रोके जाने के लिए कालागढ़ टाइगर रिजर्व की टीमे लगातार इस पर निगाह रखे है। फिर भी बाघ चूक का फायदा उठा रहा है।
यह भी पढ़ें: पहाड़ चढ़े बाघ को नहीं मिलेगा प्राकृतिक वास
यह भी पढ़ें: अब राजाजी पार्क में बढ़ेगा बाघ की दहाड़ का दायरा
यह भी पढ़ें: आदमखौर की मौत से नहीं टला खतरा, दो बाघ अभी भी मौजूद