उत्तराखंड में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना
उत्तराखंड में दूसरे दिन भी रुक-रुक कर हो रही बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में दूसरे दिन भी रुक-रुक कर हो रही बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर विशाल बोल्डर गिरने से घोड़ा-खच्चरों की आवाजाही बाधित हो गई है, हालांकि पैदल यात्रा जारी है। सोमवार रात बदरीनाथ से दस किलोमीटर दूर लामबगड़ में भूस्खलन से हाईवे करीब आठ घंटे बंद रहा।
चार घंटे की मशक्कत के बाद सुबह आठ बजे सीमा सड़क संगठन के जवानों ने मलबा हटाकर पर यातायात सुचारु कर दिया। कुमाऊं के पिथौरागढ़ और बागेश्वर में मलबा आने से आधा दर्जन सड़कों पर यातायात बाधित रहा। इसके अलावा अलकनंदा, मंदाकिनी, काली और गोरी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है।
दो दिन से मौसम के तेवर तल्ख बने हुए हैं। प्री-मानसून की बौछारें पहाड़ों की परीक्षा ले रही हैं। सोमवार को आधी रात के बाद बदरीनाथ से दस किलोमीटर दूर लामबगड़ में पहाड़ी दरकने से हाईवे पर मलबा आ गया। तड़के चार बजे मलबा हटाने में जुटे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों ने सुबह आठ बजे तक यातायात सुचारु कर दिया। सोमवार मलबा आने से बंद मसूरी-धनोल्टी मार्ग मंगलवार को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया।
कुमाऊं के दो जिलों पिथौरागढ़ व बागेश्वर के कई इलाकों में तेज हवा के साथ भारी बारिश हुई। मलबा आने से आधा दर्जन से अधिक मार्ग छह से 12 घंटे तक बंद रहे। मार्ग बंद होने से एक दर्जन से अधिक पर्यटक व तमाम यात्री मार्ग में ही फंसे रहे।
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