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उत्तराखंड में प्रवासी परिंदों के आगमन से बर्ड फ्लू का खतरा

राजधानी दिल्ली में बर्ड फ्लू की दस्तक से उत्तराखंड में भी बेचैनी बढ़ गई है। खासकर वन महकमा उन इलाकों को लेकर ज्यादा चिंतित है, जहां प्रवासी परिंदों का आगमन शुरू हो गया है।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 21 Oct 2016 03:14 PM (IST)Updated: Sat, 22 Oct 2016 05:00 AM (IST)
उत्तराखंड में प्रवासी परिंदों के आगमन से बर्ड फ्लू का खतरा

देहरादून, [जेएनएन]: राजधानी दिल्ली में बर्ड फ्लू की दस्तक से उत्तराखंड में भी बेचैनी बढ़ गई है। खासकर वन महकमा उन इलाकों को लेकर ज्यादा चिंतित है, जहां प्रवासी परिंदों का आगमन शुरू हो गया है। सूबे के प्रमुख मुख्य वन संरक्षक आरके महाजन के अनुसार इस क्रम में राजाजी व कार्बेट नेशनल पार्क समेत सभी वन प्रभागों एवं पार्क प्रशासन को ऐसे क्षेत्रों में विशेष निगरानी व सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
उधर, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. कुसुम नरियाल का कहना है कि बर्ड फ्लू के संबंध में शासन से दिशा-निर्देश मिलने पर कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, ऐहतियात बरतनी शुरू कर दी गई है।

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उत्तराखंड में भले ही अभी बर्ड फ्लू का कोई मामला न आया हो, मगर दिल्ली में कुछ परिंदों की इस बीमारी से मौत के बाद जारी अलर्ट से यहां भी हलचल मच गई है। खासकर वन महकमा ज्यादा परेशान है, क्योंकि दिल्ली स्थित चिडिय़ाघर में जिन बर्ड फ्लू से प्रभावित परिंदों में ज्यादातर प्रवासी हैं।

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इस लिहाज से देखें तो उत्तराखंड में आसन बैराज विकासनगर, भीमगौड़ा बैराज हरिद्वार के साथ ही राजाजी नेशनल पार्क, कार्बेट नेशनल पार्क, लैंसडौन वन प्रभाग, हरिद्वार वन प्रभाग समेत तमाम प्रभागों व पार्क-सेंचुरियों में प्रवासी परिंदों का आगमन शुरू हो गया है। यदि कोई परिंदा बर्ड फ्लू से प्रभावित हुआ तो इससे दिक्कतें खासी बढ़ सकती हैं।

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प्रमुख मुख्य वन संरक्षक आरके महाजन के अनुसार जंगल अथवा प्रवासी परिंदों के आगमन स्थल में बर्ड फ्लू से कौन पक्षी प्रभावित है और कौन नहीं, यह पता लगाना बेहद मुश्किल कार्य है। बावजूद इसके सभी वन प्रभागों व पार्क प्रशासन को ऐसे क्षेत्रों में विशेष निगरानी के निर्देश दिए जा रहे हैं, जहां प्रवासी पङ्क्षरदों का आगमन शुरू हो चुका है अथवा इनके आने का वक्त हो गया है। कहीं भी कुछ भी ऐसी हलचल दिखने पर तुरंत सूचना देने को कहा गया है।
दूसरी तरफ, दिल्ली, मेरठ, सहारनपुर समेत देश के विभिन्न हिस्सों से दून समेत राज्य के विभिन्न भागों में मुर्गों की सप्लाई होती है। इससे भी लोगों में चिंता बढ़ने लगी है।
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