गायत्री प्रजापति से मिलने जेल गए मुलायम सिंह को मिली मायूसी
मुलायम सिंह गैंगरेप तथा पॉक्सो एक्ट में लखनऊ जेल में बंद अखिलेश के मंत्री रहे गायत्री प्रजापति से मिलने गए थे। समय खत्म होने के बाद मुलायम सिंह के आने का कार्यक्रम जेल पहुंचा था।
लखनऊ (जेएनएन)। गैंगरेप तथा पॉक्सो के मामले में लखनऊ जेल में बंद अखिलेश यादव सरकार के मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति से मिलने गए मुलायम सिंह यादव को आज मायूस लौटना पड़ा। समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव आज ईदगाह तथा टीले वाली मस्जिद से लौटने के बाद लखनऊ जेल में गायत्री से मिलने गए थे।
मुलायम सिंह यादव आज गैंगरेप तथा पॉक्सो एक्ट में लखनऊ जेल में बंद अखिलेश सरकार के मंत्री रहे गायत्री प्रजापति से मिलने गए थे। मुलाकात का समय खत्म होने के साथ ही ईद का अवकाश होने के कारण सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव आज गायत्री प्रजापति से नहीं मिल सके। जेल प्रशासन ने मुलायम सिंह यादव को गायत्री प्रसाद प्रजापति से मिलने की इजाजत नहीं दी।
पता चला कि मिलने का समय खत्म होने के बाद मुलायम सिंह यादव के आने का कार्यक्रम जेल पहुंचा था। इस कारण जेल प्रशासन ने इस पर अपनी असमर्थता जता दी।
उधर पुलिस जल्द ही लखनऊ जेल में बंद सपा के पूर्व कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति सहित उनके सात सहयोगियों के खिलाफ 3 जुलाई को गैंगरेप केस में आरोप तय करने की तैयारी में है। इस केस की सुनवाई पॉक्सो एक्ट की विशेष अदालत में चल रही है। वहीं कोर्ट ने सभी को उस दिन जेल से तलब किया है।
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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद 18 फरवरी 2017 को थाना गौतमपल्ली पर पीडि़त महिला की प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
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जिसमें महिला ने आरोप लगाया था कि खनन का पट्टा दिलाने के नाम पर उसके साथ सबने कई बार गैंगरेप किया और जब उन लोगों ने उसकी नाबालिग बेटी पर नजर डाली तो उसने प्राथमिकी लिखाई।
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विवेचना के बाद पुलिस ने 824 पन्नों का आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल किया था। जिसमें 24 लोगों को गवाह बनाया गया। पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति, उनके गनर चंद्रपाल, पीआरओ रूपेश्वर उर्फ रूपेश, लेखपाल अशोक तिवारी, एक सीनियर पीसीएस अधिकारी के बेटे विकास वर्मा, पूर्व मंत्री के करीबी अमरेंद्र सिंह और आशाीष शुक्ला आरोपपत्र पेश किया गया है। गायत्री, अमरेंद्र, अशोक और आशीष के ऊपर पॉक्सो एक्ट भी लगाया गया।
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