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योगी आदित्यनाथ का आह्वानः योग का जनांदोलन बना दें देशवासी

गोरखनाथ मंदिर में योग शिविर का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशवासियों से योग का जनांदोलन खड़ा करने की अपील की।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 15 Jun 2017 07:52 PM (IST)Updated: Thu, 15 Jun 2017 11:39 PM (IST)
योगी आदित्यनाथ का आह्वानः योग का जनांदोलन बना दें देशवासी
योगी आदित्यनाथ का आह्वानः योग का जनांदोलन बना दें देशवासी

गोरखपुर (जेएनएन)। गोरखनाथ मंदिर में गुरुवार को सात दिवसीय योग शिविर व शिक्षक कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशवासियों से योग का जनांदोलन खड़ा करने की अपील की। लोगों में जोश भरते हुए उन्होंने कहा कि जब विश्व के 200 देश भारत की इस परंपरा को आत्मसात कर रहे हैं तो देश की 125 करोड़ की आबादी के बीच भी इसके प्रति समर्पण दिखना ही चाहिए।

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योग ऋषि परंपरा का प्रसाद 

योग शिविर के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता में उन्होंने कहा कि योग भारत की ऋषि परंपरा का प्रसाद है, जिसे अब पूरा विश्व ग्रहण कर रहा है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को है, जिनके प्रयास से योग को संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतरराष्ट्रीय मान्यता दी। अंतराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) को ऋषियों के इस प्रसाद को ग्रहण करते हुए दुनिया के 200 से अधिक देश दिखाई देंगे। उन्होंने बताया कि यूं ही नहीं दुनिया योग के पीछे भाग रही है। दरअसल उन्हें यह पता चल गया है कि योग से ही भौतिक और अध्यात्मिक उन्नयन संभव है। ऐसे में भारत दुनिया को आध्यात्मिक नेतृत्व प्रदान कर रहा है और योग इसका आधार है।

गोरक्षनाथ पीठ का क्रियात्मक योग 

योगी ने कहा कि गोरक्षनाथ पीठ से उपजे क्रियात्मक योग को अगर दुनिया कर रही है तो ऐसे में गोरखपुर के लोगों की जिम्मेदारी इसे लेकर और बढ़ जाती है। उन्होंने आह्वान किया कि 21 जून को शहर के सभी पार्कों में योग शिविर का आयोजन हो। उन्होंने सांसदों और विधायकों से इसका नेतृत्व करने की भी अपील की। योग की महत्ता पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि जहां विज्ञान नहीं पहुंच सकता, वहां तक योग की पहुंच है। क्योंकि योग की पहुंच मन के चेतन अवस्था से लेकर अवचेतन अवस्था तक होती है, जिससे तमाम रहस्यों का उद्घाटन होता है और लोक कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। एक घंटे का आसन जो कार्य करता, वह योग से महज पांच मिनट में किया जा सकता है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने योग शिविर के साथ शिक्षक कार्यशाला को जोडऩे की वजह बताई। उन्होंने कहा कि इससे शिक्षा जगत की समस्याएं सामने आती हैं और उसका समाधान भी निकलता है। इस दौरान योगी ने योग की महत्ता बताते हुए इससे जुड़ा एक रोचक प्रसंग भी सुनाया।

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55 हजार लोग लखनऊ में मोदी संग करेंगे योग

योग को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन प्रधानमंत्री लखनऊ में रहेंगे। वहां वह 55 हजार लोगों के साथ योग करेंगे। यह अवसर होगा सभी को यह दिखाने का कि वह ऋषि परंपरा में शामिल हैं। उन्होंने आह्वान किया कि सभी लोग सुबह सुबह साढ़े छह से आठ बजे तक योग का अभ्यास करें। इससे न केवल वह स्वस्थ होंगे बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी कुछ देने में भी सक्षम हो सकेंगे।


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