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GST से पहले भारत में स्मार्टफोन के कीमत होगी कम, जानिए कैसे

सरकार बेसिक कस्टम ड्यूटी न्यूनतम 10 फीसद करने पर विचार कर रही है ऐसे में जीएसटी से पहले स्मार्टफोन्स की कीमत कम हो सकती है

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Fri, 16 Jun 2017 01:45 PM (IST)Updated: Fri, 16 Jun 2017 02:00 PM (IST)
GST से पहले भारत में स्मार्टफोन के कीमत होगी कम, जानिए कैसे

नई दिल्ली (जेएनएन)। भारत स्मार्टफोन्स पर बेसिक कस्टम ड्यूटी न्यूनतम 10 फीसद लागू करने पर विचार कर रहा है और शायद जल्द ही इसे लागू कर भी दिया जाएगा। यह फैसला फॉक्सकॉन और विस्ट्रॉन जैसी कंपनियों को राहत देगा जिन्होंने देश में कारखानों में भारी निवेश किया है। साथ ही यह संभावना भी जताई जा रही है कि इस कदम से 1000 करोड़ तक निवेश में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जो कंपनियां बाहर से अपने फोन भारत में निर्यात करती हैं इस फैसले के बाद वो भारत में ही अपनी यूनिट लगाकर फोन का निर्माण करेंगी। इससे भारत में रोजगार पैदा होगा और फोन्स की कीमत में कम हो जाएगी। वर्तमान में, कस्टम ड्यूटी लगने के बाद बाहर से इंपोर्ट किए गए फोन्स, भारत में बनाए गए फोन्स से कहीं ज्यादा मंहगे होते हैं। ऐसे में जीएसटी लागू होने के बाद यह अंतर खत्म हो जाएगा।

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जीएसटी लागू होने से पहले होगा जारी:

मंत्रालयों के वाणिज्य, राजस्व, और आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स अधिकारियों ने कहा, “सेंटर आखिरी फैसले के करीब है। इसे जीएसटी लागू करने से पहले जारी कर दिया जाएगा। इस पर अभी कुछ बातचीत बाकी है”। वहीं, सरकारी सूत्रों की मानें तो वाणिज्य डिपार्टमेंट ने स्मार्टफोन्स पर 10 फीसद से ज्यादा का कस्टम ड्यूटी रेट का सुझाव दिया था। वहीं, यह भी बताया कि मिनिस्ट्री ने स्मार्टफोन्स और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्टस पर 10 से 20 फीसद रेट का सुझाव दिया है। कुछ लोगों का मानना है कि स्मार्टफोन्स पर कस्टम ड्यूटी 15 फीसद के करीब होनी चाहिए लेकिन इस पर अभी आखिरी फैसला आना बाकी है।

आईटी मिनिस्ट्री ने बताया कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी की लोकल मैन्यूफैक्चरिंग की प्रोत्साहन राशि जीएसटी लागू होने के बाद भी बरकरार रहेगी। अगर मौजूदा टैक्स ढांचे की बात करें तो बाहर में आयात होने वाले स्मार्टफोन्स, भारत में बनने वाले हैंडसेट्स से 11.5 फीसद ज्यादा महंगे होते हैं। ऐसे में मोबाइल फोन्स पर 12 फीसद जीएसटी लागू होने के बाद बाहर की स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों को नुकसान होगा और वो भारत में ही अपनी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाने पर विचार करेंगी। इससे सीधा फायदा भारतीय मार्किट को पहुंचेगा। साथ ही मेक इन इंडिया को भी प्रोत्साहन मिलेगा। आपको बता दें कि भारतीय बाजार में कदम रखने वाले मैन्यूफैक्चरर्र विस्ट्रॉन कॉर्प ने भारत में आईफोन एसई का निर्माण करने के लिए बेंगलुरु प्लांट शुरु किया है। वहीं, देश के सबसे बड़े कॉट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरर्र फॉक्सकॉन ने आंध्र प्रदेश में 5 प्लांट्स सेट किए हैं और महाराष्ट्र में एक नई यूनिट बनाई जा रही है।

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