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श्री अकाल तख्‍त साहिब में सफाई देना चाहते हैं टाइटलर

84 में सिख विरोधी दंगों के आरोपी कांंग्रेसी नेता जगदीश टाइटलर ने खुद पर लगे आरोप मामले में सफाई पेश करने की बात कही है।

By Monika minalEdited By: Published: Fri, 06 May 2016 12:29 PM (IST)Updated: Fri, 06 May 2016 12:36 PM (IST)

अमृतसर, (अशोक नीर)। दिल्ली दंगों में निर्दोष सिखों की हत्या करवाने के आरोपी कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर ने खुद पर लगे हत्या के आरोप की सफाई देने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह को पत्र लिखा है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार टाइटलर ने पत्र लिखकर श्री अकाल तख्त साहिब में पेश होने के लिए निवेदन किया है।

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84' के दंगों के 32 वर्ष बाद इस कांग्रेसी नेता को आया माफी का ख्याल

जगदीश टाइटलर की ओर से पत्र लिखने के संबंध में जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि पिछले चार दिन से वह अमृतसर से बाहर हैं। उन्हें टाइटलर के पत्र की कोई जानकारी नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि यदि टाइटलर पेश होते हैं तो उनकी बात सुनी जाएगी, इस पर जत्थेदार ने कहा कि पत्र मिलने तक वह कुछ नहीं कह सकते।

इसी बीच दिल्ली दंगों में मारे गए निर्दोष सिखों की अदालत में पैरवी करने वाले एडवोकेट एचएस फूलका ने जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह से शुक्रवार को दिल्ली में मुलाकात करने का समय मांग लिया है। फूलका ने कहा कि टाइटलर का पत्र लिखना चौंकाने वाला है। वह जत्थेदार से मुलाकात के दौरान टाइटलर के खिलाफ सारे सुबूत पेश करेंगे। इससे टाइटलर की कत्लेआम में भागीदारी साबित हो जाएगी।

फूलका ने कहा कि जब टाइटलर हत्या में शामिल थे तो उस समय दिल्ली कमेटी के तत्कालीन काबिज धड़े ने उन्हें सिरोपा देकर सम्मानित किया था। वह तत्व अब उसकी जत्थेदार के साथ बैठक करवाने में व्यस्त हैं।

टाइटलर का मामला कोर्ट में, सफाई देने का कोई अर्थ नहीं : किरणजोत

एसजीपीसी की पूर्व महासचिव बीबी किरणजोत कौर ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब में किसी भी गैर सिख को नहीं बुलाया जा सकता। अपनी मर्जी से सफाई देने के लिए आ सकता है। टाइटलर के विरुद्ध मामला कोर्ट में है, इसलिए सफाई देने का कोई अर्थ नहीं है। टाइटलर ने सिखों की हत्या की है। कई चश्मदीद हैं। श्री अकाल तख्त साहिब कोई दुनियावी अदालत नहीं है जो किसी को सजा दे या माफ करे।

गैर सिख को श्री अकाल तख्त साहिब तलब नहीं कर सकता: कलकत्ता

एसजीपीसी के पूर्व सचिव मनजीत सिंह कलकत्ता ने कहा कि गैर सिख को श्री अकाल तख्त साहिब तलब नहीं कर सकता। न ही किसी गैर सिख को अकाल तख्त साहिब सजा दे सकता है। यदि कोई गैर सिख खुद आकर माफी मांगे तो उसे रोका नहीं जा सकता। इससे पूर्व ऑपरेशन ब्लू स्टार के मुद्दे पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने श्री अकाल तख्त साहिब में आकर माफी मांगी है।

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साबत सूरत सिख ही श्री अकाल तख्त साहिब में पेश हो सकता है

सिख धर्म की मर्यादा व सिद्धांतों के अनुसार साबत सूरत व्यक्ति ही श्री अकाल तख्त साहिब में पेश हो सकता है। सिंह साहिबान किसी गैर सिख के साथ मुलाकात तो कर सकते हैं, लेकिन श्री अकाल तख्त साहिब में जगदीश टाइटलर पेश नहीं हो सकते। पत्र पर ज्ञानी गुरबचन सिंह अकेले फैसला करेंगे या पांच सिंह साहिबान, यह समय तय करेगा।


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