इबोला के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र का वैश्विक अभियान
जानलेवा इबोला की रोकथाम के लिए संयुक्त राष्ट्र [यूएन] ने वैश्विक अभियान शुरू कर दिया है। अमेरिका में पहला मामला सामने आने के बाद इस बीमारी को लेकर चिंता गहरा गई है। वाशिंगटन ने तत्काल कदम उठाते हुए 700 सैनिक लाइबेरिया भेजने का एलान कर दिया है।
मोनरोविया। जानलेवा इबोला की रोकथाम के लिए संयुक्त राष्ट्र [यूएन] ने वैश्विक अभियान शुरू कर दिया है। अमेरिका में पहला मामला सामने आने के बाद इस बीमारी को लेकर चिंता गहरा गई है। वाशिंगटन ने तत्काल कदम उठाते हुए 700 सैनिक लाइबेरिया भेजने का एलान कर दिया है।
इबोला के खिलाफ यूएन के विशेष प्रतिनिधि एंथनी बेनबरी इस बीमारी से सबसे बुरी तरह प्रभावित तीन देशों की यात्रा शुरू कर चुके हैं। गुरुवार को उन्होंने लाइबेरिया की राजधानी मोनरोविया में राष्ट्रपति एलन जॉनसन सरलीफ से मुलाकात की। सरलीफ ने बेनबरी को बताया कि देश की सभी 15 काउंटी इबोला की चपेट में हैं। पश्चिमी अफ्रीका में इस जानलेवा वायरस ने 3,358 लोगों को मौत के मुंह में पहुंचा दिया है। इनमें से दो तिहाई लाइबेरिया के थे।
सरलीफ ने कहा कि लोग बचने के लिए शहरी इलाके छोड़कर दूरदराज में जा रहे हैं। अमेरिका के टेक्सास राज्य के डलास में इबोला प्रभावित व्यक्ति भी लाइबेरिया से ही आया था। बेनबरी ने कहा, हम अपनी रिपोर्ट के आधार पर आगे की रणनीति का एलान करेंगे।