ट्रंप के बयान पर विवाद, आतंक रोकने के लिए नस्ली प्रोफाइलिंग का सुझाव
रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के दावेदार ट्रंप ने कहा कि आतंकी हमलों पर लगाम लगाने के लिए हमें कुछ और उपायों पर सोचने की जरुरत है।
वाशिंगटन। रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के एक सुझाव पर विवाद हो रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को ओरलेंडो जैसी गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए नस्ली आधार पर रिकार्ड रखने (रेसियल प्रोफाइलिंग) के बारे में सोचना शुरू करना चाहिए। इस सिलसिले इस्राइल और अन्य देशों का उदाहरण देते हुए 70 वर्षीय ट्रंप ने दलील दी कि करने के लिए यह सबसे बुरी चीज नहीं है।
ट्रंप ने एक साक्षात्कार में सीबीएस के फेस 'द नेशन' को बताया, अन्य देश ऐसा कर रहे हैं, आप इजरायल को देखिए और दूसरे देशों को देखिए, वे ऐसा कर रहे हैं और वे सफलतापूर्वक कर रहे हैं। प्रोफाइलिंग की अवधारणा से वो इत्तेफाक नहीं रखते हैं। लेकिन हमें शुरूआत करनी होगी। हमें अपने दिमाग का इस्तेमाल करना होगा।
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ओरलेंडो की एक नाटट क्लब में 49 लोगों के गोलीबारी में मारे जाने के एक हफ्ते बाद ट्रंप की यह टिप्पणी आई है। साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि यदि मुस्लिम समुदाय ऐसी संदिग्ध चीजों की जानकारी देता तो ओरलेंडो जैसी गोलीबारी को टाला जा सकता था।
ट्रंप ने कहा कि ओरलेंडो के शूटर उमर मातीन ने हमले से पहले खतरे का संकेत दिया था। आप उसके अतीत को देखिए। मैंने उसके जैसा अतीत किसी का नहीं देखा। उसके स्कूल के रिकार्ड देखिए, आप कई अन्य चीजें देखेंगे। ट्रंप ने बताया कि वह राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन के साथ काम कर रहे हैं ताकि एक ऐसी नीति विकसित की जा सके कि संदिग्ध सूची में शामिल लोगों को बंदूक खरीदने की इजाजत नहीं मिले।