करते हैं कंप्यूटर पर काम तो हो जाएं सावधान, अपनाएं ‘20-20-20 रूल’
कंप्यूटर पर तीन घंटे या उससे अधिक समय तक काम करने वालों की आंखों में समस्या होना आम बात है तो इसके लिए एक खास नियम है... जानें इसे।
क्वींस के लॉंग आइलैंड सिटी में लगुआर डिया कम्युनिटी कॉलेज में प्रोफेसर जोआनी राइटानो इतिहास पढ़ाती हैं। उन्होंने शहर व राज्य के इतिहास के बारे में काफी अच्छी किताबें लिखती हैं और इस क्रम में कई कई घंटे कंप्यूटर पर बिताती हैं। लेकिन उनका कहना है कि स्क्रीन के सामने बैठने पर उनकी आंखों में जलन होती है जिससे काम करना मुश्किल हो जाता है। थोड़ी देर का आखों को आराम देने के बाद कंप्यूटर पर जाते ही फिर से जलन की समस्या होती है।
बढ़ती उम्र में नजरों पर रखें नजर
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, डॉ. राइटानो को कंप्यूटर विजन सिंड्रोम की समस्या है। इस समस्या से ग्रस्त वे एकमात्र इंसान नहीं हैं बल्कि जो भी तीन घंटे या उससे अधिक समय तक कंप्यूटर मॉनिटर पर काम करते हैं सबके साथ यही समस्या है।
पूरी दुनिया में 70 मिलियन वर्करों के साथ कंप्यूटर विजन सिंड्रोम की समस्या है। नाइजीरिया और बोत्सवाना में आइ केयर स्पेशलिस्ट द्वारा लिखे एक रिपोर्ट में अकाउंटेंट, आर्किटेक्ट, बैंकर, इंजीनियर, फ्लाइट कंट्रोलर, ग्राफिक आर्टिस्ट, जर्नलिस्ट, अकैडमिशियन, सेक्रेटरी व स्टूडेंट को मुख्य रूप से केंद्र बनाते हुए कहा है कि ये कंप्यूटर के बगैर काम नहीं कर सकते हैं।
अध्ययन से पता चलता है किी 70 से 90 फीसद लोग जो कंप्यूटर का उपयोग करते हैं वे इस सिंड्रोम से ग्रस्त हैं। कंप्यूटर का लंबे समय तक उपयोग केवल आंखों को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि यह न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी देता है जैसे सिर में तेज दर्द के साथ पीठ व गर्दन में दर्द।
ईश्वर का अनमोल वरदान हैं आंखें
कंप्यूटर संबंधित समस्याओं में आम तौर पर कमजोर दृष्टि, आंखों में जलन, खुजलाहट, सूखापन, लाली, आदि होती है। दूसरा आंखों के झपकने की फ्रिक्वेंसी कम हो जाती है जिससे आंखों में खुजली और सूखापन आ जाता है।
रोकथाम आवश्यक है। लेकिन यदि आपके पास ये समस्याएं पहुंच चुकी हैं तो नेत्र विशेषज्ञों का कहना है कि 20-20-20' नियम को अपनाएं: यानि प्रत्येक 20 मिनट पर 20 सेकेंड का ब्रेक लें और कंप्यूटर से 20 फीट की दूरी बनाएं रखें।