भारतीय मूल के विवेक बने अमेरिका के सर्जन जनरल
अमेरिकी सीनेट ने देश के 19वें सर्जन जनरल के रूप में भारतीय मूल के 37 वर्षीय अमेरिकी डॉक्टर विवेक हैलगेर मूर्ति के नाम पर मुहर लगा दी है। इस पद पर पहुंचने वाले वह सबसे युवा और भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं। जनस्वास्थ्य मुद्दे से जुड़े इस शीर्ष प्रशासनिक
वाशिंगटन। अमेरिकी सीनेट ने देश के 19वें सर्जन जनरल के रूप में भारतीय मूल के 37 वर्षीय अमेरिकी डॉक्टर विवेक हैलगेर मूर्ति के नाम पर मुहर लगा दी है। इस पद पर पहुंचने वाले वह सबसे युवा और भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं। जनस्वास्थ्य मुद्दे से जुड़े इस शीर्ष प्रशासनिक पद के लिए विवेक का नामांकन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नवंबर 2013 में किया था।
रिपब्लिकन और नेशनल राइफल एसोसिएशन के विरोध के बीच एक साल से अधिक समय बाद अमेरिकी कांग्रेस के ऊपरी सदन ने 43 के मुकाबले 51 मतों से उनके नाम को मंजूरी प्रदान कर दी। इस मौके पर ओबामा ने कहा, ‘विवेक मूर्ति के नाम की स्वीकृति के लिए मैं सीनेट की सराहना करता हूं। विवेक जमीनी स्तर पर इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि हर अमेरिकी खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी जानकारियों से अवगत रहे।’ मूर्ति की दावेदारी का मजबूती से समर्थन करने वाले सीनेटर डिक डरबिन ने मोटापे, तंबाकू से जुड़ी समस्या, अन्य बीमारियों से लड़ने की प्रतिबद्धता के लिए भारतीय मूल के इस डॉक्टर की सराहना की। अमेरिका में मौत के शीर्ष 10 कारणों में से सात इन बीमारियों से जुड़े हैं और अमेरिका की 84 फीसद स्वास्थ्य देखभाल की लागत इन बीमारियों पर आती है। एक अन्य सीनेटर क्रिस मर्फी ने कहा, ‘इस पद के लिए डॉक्टर मूर्ति की योग्यता को लेकर कोई सवाल ही नहीं है।
पढ़ेंः भारत-अमेरिका के रिश्तों में मजबूती का सेतु बनेंगे रिचर्ड