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भारत-अमेरिका के रिश्तों में मजबूती का सेतु बनेंगे रिचर्ड

अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री मेडलीन अलब्राइट ने कहा है कि भारत में अमेरिका के राजदूत पद के लिए चुने गए रिचर्ड वर्मा दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूती के लिए 'उत्कृष्ट पुल' का काम करेंगे। वर्मा भारत में अमेरिका के राजदूत बनने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं।

By Murari sharanEdited By: Published: Thu, 11 Dec 2014 04:42 PM (IST)Updated: Thu, 11 Dec 2014 04:53 PM (IST)

वाशिंगटन। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री मेडलीन अलब्राइट ने कहा है कि भारत में अमेरिका के राजदूत पद के लिए चुने गए रिचर्ड वर्मा दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूती के लिए 'उत्कृष्ट पुल' का काम करेंगे। वर्मा भारत में अमेरिका के राजदूत बनने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं।

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रिचर्ड वर्मा के नामांकन को अमेरिकी सीनेट द्वारा ध्वनि मत के साथ मंजूरी दिए जाने के बाद अलब्राइट ने एक बयान में कहा, 'हम जानते हैं कि उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध महत्वपूर्ण दौर में हैं। मेरा मानना है कि रिचर्ड दोनों देशों के बीच एक उत्कृष्ट पुल का काम करेंगे।' उन्होंने कहा, 'वह जनवरी में गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के आयोजन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति को भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत का अवसर मिलेगा।' अलब्राइट स्टोनब्रिज ग्रुप की प्रमुख अलब्राइट ने कहा, 'दोनों देशों द्वारा आपसी रणनीतिक साझेदारी को विस्तार और मजबूती दिए जाने के बीच अमेरिका के पास भारत में रिचर्ड वर्मा से बेहतर प्रतिनिधि हो ही नहीं सकता था।' अब तक वर्मा अलब्राइट स्टोनब्रिज ग्रुप में वरिष्ठ सलाहकार के पद पर कार्यरत थे।


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