दुष्कर्म की शिकार महिलाओं के लिए ब्रिटेन में पहले क्लीनिक की शुरुआत
दुष्कर्म की शिकार महिलाओं के लिए लंदन में क्लीनिक माई बॉडी बैक की शुरुआत की गयी है।
लंदन, प्रेट्र । भारतीय मूल की एक महिला ने दुष्कर्म पीड़िताओं के लिए ब्रिटेन में पहला मेटरनिटी क्लीनिक (जच्चा-बच्चा केंद्र) खोला है। इस क्लीनिक में पीडि़ताओं की मदद के लिए प्रशिक्षित नर्स, मनोवैज्ञानिक और बाल रोग विशेषज्ञ भी होंगे। इसकी शुरुआत करने वाली भारतवंशी खुद भी दुष्कर्म पीडि़ता हैं।
'माई बॉडी बैक' ने लंदन में बार्टस हेल्थ एनएचएस ट्रस्ट की मदद से इस क्लीनिक को शुरू किया है। यदि यह सफल रहा तो आने वाले समय में देशभर में इसकी शुरुआत की जाएगी। फिलहाल यह सेवा रॉयल लंदन हॉस्पिटल के नियमित मेटरनिटी वार्ड से जुड़ी रहेगी। जिन महिलाओं को यहां भेजा जाएगा उन्हें अलग से उपचार दिया जाएगा।
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केंद्र की सलाहकार इंद्रजीत कौर ने बताया कि इसका मकसद यौन हिंसा की शिकार महिलाओं को प्रसव के दौरान आने वाली परेशानियों से बचाना और उनकी मदद करना है। उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत होती है। ऐसा नहीं होने पर प्रसव के दौरान दौरा पड़ सकता है और यौन हमले की यादें ताजा हो सकती है।
'माई बॉडी बैक' ने पिछले साल अगस्त में यौन पीड़िताओं के लिए हेल्थ क्लीनिक की भी शुरुआत की थी। सेवा शुरू होने के बाद से आठ सौ से अधिक महिलाएं इससे जुड़ चुकी हैं। इसी तरह की एक क्लीनिक अब ग्लासगो में खोलने की योजना है। इस क्लीनिक में विदेश से भी महिलाएं फोन करती हैं और मदद लेती हैं। ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार इंग्लैंड और वेल्स में 16 से 59 आयुवर्ग की हर पांच में से एक महिला यौन उत्पीड़न का शिकार होती हैं।