दिल्ली में जंग तेजः ACB प्रमुख बोले, दिल्ली सरकार ने काम में दखल दिया तो जाऊंगा कोर्ट
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) प्रमुख पद पर नियुक्ति को लेकर टकराव जारी है। बढ़ते टकराव के मद्देनजर नए एसीबी प्रमुख एमके मीणा ने एसके जैन को पत्र लिखकर कह ...और पढ़ें

नई दिल्ली। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) प्रमुख पद पर नियुक्ति को लेकर टकराव जारी है। बढ़ते टकराव के मद्देनजर नए एसीबी प्रमुख एमके मीणा ने एसके जैन को पत्र लिखकर कहा है कि उनके काम दखलअंदाजी नहीं की जाए, वरना वे कोर्ट का सहारा लेंगे।
इससे पहले दोपहर में दिल्ली सरकार ने एसीबी के प्रमुख मुकेश कुमार मीणा को चार्ज लेने से रोक दिया था। दिल्ली सरकार का तर्क था कि एसीबी में ज्वाइंट सीपी का पद ही नहीं है, तो यह नियुक्ति ही जायज नहीं ठहराई जा सकती। इस बीच एसीबी प्रमुख पद पर नियुक्त मुकेश मीणा ने कहा कि दिल्ली सरकार का आदेश उन पर लागू नहीं होता है। उपराज्यपाल ने जो आदेश दिया है, उसे मानूंगा। सोमवार रात को ही मुकेश मीणा ने एसीबी में ज्वाइंट सीपी का पद संभाल लिया था। शाम होते-होते एमके मीणा ने एसके जैन को पत्र लिखकर कहा कि उनके काम में दखल दिया गया, तो वे कोर्ट का सहारा लेंगे।
एक दिन पहले ही दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली पुलिस के एक संयुक्त आयुक्त को भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) का प्रमुख नियुक्त कर दिया जो कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से नियुक्त एसीबी प्रमुख के ऊपर होंगे। हालांकि, कल ही इस पर आप सरकार की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया जताई गई थी।
उपराज्यपाल ने इसके साथ ही दिल्ली पुलिस के सात निरीक्षकों का स्थानांतरण भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में कर दिया।
यहां याद दिला दें कि कुछ दिन पहले ही आप सरकार ने बिहार के पांच पुलिस अधिकारियों को एसीबी में शामिल किया था। जंग ने संयुक्त आयुक्त एमके मीणा को एसीबी प्रमुख नियुक्त कर दिया, जिस पर अभी तक एसएस यादव कार्यरत थे। मीणा वर्तमान में दिल्ली क्षेत्र के संयुक्त पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यरत हैं। उपराज्यपाल के आदेश में कहा गया है कि उन्हें एसीबी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। जंग और आप सरकार के बीच एसीबी पर प्राधिकार सहित कई मुद्दों पर टकराव है।

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