ओलंपिक में पहली बार उतरेगी भारतीय महिला जिम्नास्ट
दीपा करमाकर ने शनिवार को इतिहास रच दिया। वह ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बन गईं। दीपा ने यहां अंतिम क्वालीफाइंग और टेस्ट इवेंट में शानदार प्रदर्शन कर रियो ओलंपिक का टिकट कटाया। 22 वर्षीय जिम्नास्ट ने कुल 52.698 अंक हासिल कर अगस्त में होने
रियो डि जेनेरियो, प्रेट्र। दीपा करमाकर ने शनिवार को इतिहास रच दिया। वह ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट बन गईं। दीपा ने यहां अंतिम क्वालीफाइंग और टेस्ट इवेंट में शानदार प्रदर्शन कर रियो ओलंपिक का टिकट कटाया। 22 वर्षीय जिम्नास्ट ने कुल 52.698 अंक हासिल कर अगस्त में होने वाले ओलंपिक खेलों की कलात्मक (आर्टिस्टिक) जिम्नास्टिक में जगह बनाई। इसके साथ ही उन्होंने वाल्ट फाइनल्स में स्वर्ण पदक जीतकर एक और उपलब्धि अपने नाम की।
पहली भारतीय महिला के अलावा वह 52 साल लंबे अंतराल के बाद खेलों के महाकुंभ के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट भी हैं। देश को आजादी मिलने के बाद 11 भारतीय पुरुष जिम्नास्टों ने ओलंपिक में शिरकत की थी। जिसमें से दो ने 1952, तीन ने 1956 और छह ने 1964 में भाग लिया था। उस समय कोई क्वालीफिकेशन नियम नहीं थे।
अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ ने अपने बयान में दीपा के रियो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने की पुष्टि की है। दीपा को रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली महिला कलात्मक जिम्नास्टिक में व्यक्तिगत क्वालीफायर की सूची में 79वीं जिम्नास्ट सूचित किया गया है। दीपा ने वाल्ट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 14.833 अंक हासिल किए। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में किसी भारतीय जिम्नास्ट की यह दुर्लभ उपलब्धि है। हालांकि वाल्ट में स्वर्ण पदक से उनके ओलंपिक क्वालीफिकेशन पर कोई असर नहीं पड़ना था, क्योंकि कलात्मक जिम्नास्टिक एक ऑलराउंड स्पर्धा है।
अंतरराष्ट्रीय रेफरी दीपक कागरा ने कहा, 'दीपा का बहुत अच्छा स्कोर था और हम निश्चित थे कि वह क्वालीफाई कर लेगी। अब विश्व संस्था ने भी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले जिम्नास्ट की सूची जारी कर दी है और उसका नाम इसमें शामिल है। जिम्नास्टिक समुदाय दीपा की उपलब्धियों पर काफी गर्व महसूस कर रहा है।'
दीपा को टेस्ट इवेंट के लिए रिजर्व लिस्ट में रखा गया था। बीते महीने ही दीपा को बताया गया कि वह भारत की मुख्य टीम में शामिल कर ली गई हैं। अपने चयन को साबित करते हुए दीपा ने वॉल्ट में भी मौका हासिल किया। इस इवेंट में दीपा ने 2015 एशियन चैंपियनशिप में कांस्य जीता था। साथ ही 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में भी दीपा ने इस इवेंट में कांस्य जीता था।
टॉप्स में शामिल :
करमाकर को सोमवार को भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) की टारगेट ओलंपिक स्कीम (टॉप्स) में शामिल किया गया है। इसके तहत दीपा को प्रशिक्षण के लिए 30 लाख रुपये मिलेंगे।
दीपा की सफलता पर पिता को है गर्व
नई दिल्ली। दीपा करमाकर के पिता को अपनी बेटी की इस ऐतिहासिक सफलता पर गर्व है। इंफाल स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में भारोत्तोलन कोच दुलाल करमाकर ने कहा, 'मुझे सोमवार को दीपा के क्वालीफाई करने की खबर मिली। मुझे इसकी बेहद खुशी है। मुझे अपनी बेटी पर गर्व है। मुझे उस दिन और अधिक खुशी होगी, जब वह ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतेगी।'
ऐसा कहा जाता है कि दीपा बचपन में जिम्नास्टिक में जाने की इच्छुक नहीं थीं। दुलाल ने बताया, 'मेरी दो बेटियां हैं। मैं किसी को खेल में डालना चाहता था। इसलिए मैंने दीपा को जिम्नास्टिक में हिस्सा लेने के प्रति प्रेरित किया। उसकी एक अच्छी बात यह है कि वह जो ठान लेती है, उसे हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा देती है। उसके लिए सुझाव यही है कि वह पूरे संयम और निष्ठा के साथ अभ्यास करे।'
-ट्वीट :
'दीपा करमाकर आपको रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करके इतिहास रचने के लिए बधाई हो। अपनी उपलब्धियों से आप युवा भारतीयों को प्रेरित करेंगी। शुभकामनाएं।' -सचिन तेंदुलकर
'भारतीय जिम्नास्टिक को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए बहुत-बहुत बधाई। दीपा करमाकर हमें तुम पर गर्व है।' -सर्बानंद सोनोवाल (केंद्रीय खेल मंत्री)