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मिलिए टैटू मैन से

फैशनेबल दिखने का क्रेज हर किसी को होता है। इस फैशन में कपड़ों से लेकर मोबाइल फोन और एसेसरीज तक आ जाते हैं। यहां तो ठीक था लेकिन अब इस फैशन में आजकल सुई का दर्द भी जुड़ गया है। समझने वाले समझ गए होंगे कि हम टैटू की बात कर रहे हैं।

By Edited By: Published: Thu, 31 Jul 2014 12:36 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jul 2014 12:36 PM (IST)
मिलिए टैटू मैन से

फैशनेबल दिखने का क्रेज हर किसी को होता है। इस फैशन में कपड़ों से लेकर मोबाइल फोन और एसेसरीज तक आ जाते हैं। यहां तो ठीक था लेकिन अब इस फैशन में आजकल सुई का दर्द भी जुड़ गया है। समझने वाले समझ गए होंगे कि हम टैटू की बात कर रहे हैं।

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कभी इंडिया में महिलाओं के लिए गोदना के नाम से जाना जाने वाला बॉडी आर्ट आज का लेटेस्ट फैशन टैटू बन गया है। आज के युवाओं का यह लेटेस्ट ट्रेंड है. इसकी सबसे बड़ी बात है इसमें होने वाला दर्द। फिर भी क्योंकि यह क्रेज है तो हर कोई यह दर्द बर्दाश्त करने को भी खुशी-खुशी राजी है। टैटू के लिए क्रेजी होना कई लोगों को देखा होगा आपने लेकिन जिसके बारे में हम बताने जा रहे हैं ऐसा टैटू मैन आपने कभी नहीं देखा होगा. पेंटिंग की तरह इस आदमी ने पूरे चेहरे पर टैटू बनवा ली।

लेकिन क्यों?

तस्वीर में दिख रहे महानुभाव लंदन निवासी केथ गोर्डन हैं। केथ को नजदीक से जानने वालों को शायद उन्हें पहचानने में परेशानी हो क्योंकि ऑरिजनल चेहरा पूरी तरह टैटूज से ढक गया है। माना कि टैटू बनवाना आज का फैशन है लेकिन ऐसी भी क्या फैशनपरस्ती कि अपना चेहरा भी पहचान में न आए! 5 साल पहले तक ऐसा नहीं था। लंदन में ही गोर्डन ऑफिस एडमिनिस्ट्रेटर का जॉब करते थे। अचानक उन्होंने अपने शरीर पर ज्यादा से ज्यादा जितने भी टैटूज आ सकें, बनवाने का फैसला किया। बकौल गोर्डन यह फैशनपरस्ती से ज्यादा उनकी बीमारी का इलाज है। पर आखिर टैटू में किस बीमारी का इलाज है? पिछले 13 सालों से गोर्डन ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर से परेशान हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान को कई चीजों को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है और वह एक ही काम को कई-कई बार करता है जैसे हाथ गंदे होने का भ्रम और बार-बार हाथ धोना, बिस्तर या कपड़ों को बार-बार साफ करना, किए हुए काम को बार-बार चेक करना आदि।

गोर्डन के अनुसार वे अपनी इस बीमारी से परेशान हैं। उन्हें जो ऑब्सेसिव डिसॉर्डर है उसमें व्यक्ति को कोई भी काम कुछ ही वक्त तक करना पसंद होता है। कुछ वक्त के बाद वह काम या चीज अच्छी नहीं लगती जबकि कुछ वक्त के लिए वही काम इतना अधिक पसंद होता है कि व्यक्ति बस वही करना चाहता है।

गार्डेन इस कारण कई बार परेशान हो जाते हैं, गुस्सा भी होते हैं क्योंकि जैसे ही किसी काम को वे अच्छी तरह करने लगते हैं उन्हें कुछ और अच्छा लगने लगता है। 5 साल पहले टैटूज बनवाने की उनकी इतनी ज्यादा इच्छा हुई कि पूरे चेहरे पर उन्होंने टैटू बनवा लिया। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी पत्‍‌नी को भी अपने शरीर पर कुछ टैटू बनवाने के लिए राजी कर लिया। गार्डन का यह टैटू प्रेम और अजीबोगरीब चेहरा लोगों के लिए हैरत का विषय है लेकिन गोर्डन इसे अपनी मजबूरी बताते हैं।


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