बिहार में मूसलाधार बारिश, पटना के कई इलाके जलमग्न
पूरा बिहार मूसलाधार बारिश की चपेट में है। राजधानी समेत राज्य के दूसरे इलाके बारिश की वजह से पानी में डूब गए हैं। पिछले 24 घंटे में पटना में करीब करीब 178 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। बारिश के कारण पटना जंक्शन पर तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण कई ट्रेनें जगह-जगह रुक गई है। पानी से पटरियां डूब गई हैं।
जेएनएन, पटना। पूरा बिहार मूसलाधार बारिश की चपेट में है। राजधानी समेत राज्य के दूसरे इलाके बारिश की वजह से पानी में डूब गए हैं। पिछले 24 घंटे में पटना में करीब करीब 178 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। बारिश के कारण पटना जंक्शन पर तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण कई ट्रेनें जगह-जगह रुक गई है। पानी से पटरियां डूब गई हैं। बिहार के दूसरे हिस्सों में भी जबरदस्त बारिश हो रही है। भागलपुर में 98.4 मिमी, गया में 60 मिमी और पूर्णिया में 60.5 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। कोसी नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। पटना की सड़कों पर करीब आधा फीट पानी लग गया है, जिसके कारण यातायात प्रभावित हो रहा है।
गली- मोहल्लों में इससे भी बदतर हालात हैं। पानी भर जाने के कारण लोग घरों से निकलने में परहेज कर रहे हैं। पटना के अनीसाबाद में गुरुवार सुबह कई घंटों तक बिजली आपूर्ति ठप रही। बारिश का सबसे बुरा असर स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों पर पड़ा है। पटना के गांधी मैदान में भरे पानी को निकालने की कोशिशें जोरों पर हैं। लेकिन लगातार हो रही बारिश से इस काम में काफी परेशानी आ रही है। एनसीसी के अधिकारी भी गांधी मैदान से पानी निकालने में जुटे हुए हैं। रामनगर में गंडक नदी कटाव करने लगी है तो समस्तीुपुर के रसूलपुर में गंगा की धार तेज हो गई है। नेपाल की सीमा रक्सौल में भारी बारिश से परेशान लोग अपना समान लेकर दूसरी जगह जाने लगे हैं। भागलपुर में बुधवार सुबह से रुक-रुक कर दोपहर तक बारिश तेज हो गई। शाम में मौसम ठीक रहा, लेकिन रात दस बजे के बाद एक बार फिर मूसलाधार बारिश हुई। गुरुवार सुबह नौ बजे तक बारिश होती रही।
बीएयू के कृषि मौसम वैज्ञानिक प्रो. सुनील कुमार ने मौसम पूर्वानुमान में बताया है कि 15 अगस्त तक तेज बारिश की संभावना बनी हुई है। बुधवार को बीएयू के मौसमी वेधशाला में 17 मिलीमीटर व गुरुवार को 10 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड किया गया। पूर्णिया में बुधवार से लेकर गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 63 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। लगातार हो रही बारिश से धान की फसल को काफी फायदा पहुंचा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश से किसान खुश हैं।
उधर, मधेपुरा में बुधवार की रात से ही जमकर बारिश हो रही है। एग्रीकल्चर कॉलेज, अगवानपुर कोसिजोने के नोडल अधिकरी देवेन चौधरी के अनुसार अब तक 110 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। उनके अनुसार जिले में दो दिनों तक रुक-रुक कर बारिश जारी रहेगी। बारिश धान की फसल के लिए मुफीद बताई जा रही है। बारिश जारी रहने से बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई। सहरसा में पिछले दो दिनों में 80 मिलीमीटर बारिश होने से किसानों के चेहरे पर खुशियां लौट आईं हैं। वहीं बारिश की वजह से पूरा शहर जलमग्न हो गया है। नदियों के जलस्तर तेजी से बढऩे से तटबंध के अंदर रहने वाले बाढ़ व कटाव की आशंका से परेशान हो उठे हैं। मंगलवार को रिमझिम बारिश हुई। उसके बाद रात से बारिश ने जोर पकड़ी। जिले में अगस्त माह का औसत वर्षापात 303 मिमी है। अबतक 105 मिमी बारिश हुई है। बीते 24 घंटे में 80 मिमी बारिश हुई है। बारिश के बाद कोसी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। अपस्ट्रीम में जलस्त्राव 2.32 लाख क्यूसेक एवं डाउन स्ट्रीम में 2.65 लाख क्यूसेक मापा गया है।
जलसंसाधन विभाग के अनुसार शाम तक जलस्त्राव 2.90 लाख क्यूसेक तक पहुंच सकता है। सुपौल में बुधवार की रात से सुबह तक 36.25 मिलीलीटर वर्षा की जानकारी प्राप्त हुई है। कोसी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई है। कोसी का डिस्चार्ज 12 बजे दिन तक बराह क्षेत्र में 2,39,750 तथा बराज पर 2,74,985 तक पहुंच गया। सरायगढ़ व किसनपुर प्रखंड क्षेत्र के कई गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।