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वाइब्रेंट गुजरात में हिस्सेदारी का इच्छुक है अमेरिका

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा के बाद अमेरिका ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन-2015 में सहयोग की इच्छा जताई है।

By Anjani ChoudharyEdited By: Published: Fri, 17 Oct 2014 07:31 PM (IST)Updated: Fri, 17 Oct 2014 07:31 PM (IST)

गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा के बाद अमेरिका ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन-2015 में सहयोग की इच्छा जताई है।

गांधीनगर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुंबई स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के महावाणिज्यक दूत टॉम वाजदा ने कहा कि इस संबंध में अमेरिका पहले ही गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को प्रस्ताव भेज चुका है।

अमेरिका की ओर से यह प्रस्ताव सातवें वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के लिए आया है। इससे पहले के छह सम्मेलनों में अमेरिका ने कोई हिस्सेदारी नहीं की थी और उसने तत्कालीन नरेंद्र मोदी सरकार से सभी राजनयिक संबंध तोड़ लिए थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी की पहली अमेरिका यात्रा ने गुजरात-अमेरिका संबंधों को नया मोड़ दिया है।

यहां 'नगरीय डिजाइन और योजना'Þ पर एक सेमिनार में हिस्सेदारी करने आए वाजदा के अनुसार अमेरिकी कंपनियों के बीच गुजरात निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि हम वाइब्रेंट गुजरात का महत्व समझते हैं। यह भारत-अमेरिका के बीच आर्थिक रिश्तों को मजबूती देने का मंच बन सकता है। भारत में सुनहरे आर्थिक अवसरों के प्रति अमेरिका की रूचि बढ़ रही है।

वाइब्रेंट गुजरात समिट 11 से 13 जनवरी के बीच होनी है। हाल ही में गुजरात सरकार ने वाइब्रेंट गुजरात के लिए सात 'सहयोगी देश' घोषित किए थे, जिनमें जापान, अमेरिका, सिंगापुर, ब्रिटेन, नीदरलैंड्स, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे।

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