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आसाराम आश्रम के पूर्व संचालक व पत्नी को मारी गोली

आसाराम आश्रम के आठ साल तक संचालक रहे ओमप्रकाश प्रजापति और उनकी पत्नी सीमा आहूजा को बुधवार की देर रात होशंगाबाद में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। हादसे के बाद दंपति का यहां पर इलाज चल रहा है। गंभीर हालत होने के कारण होशंगाबाद से महिला को भोपाल रिफर कर दिया गया है। लंबे समय तक आश्रम की कमान संभालन

By Edited By: Published: Thu, 28 Aug 2014 09:16 PM (IST)Updated: Thu, 28 Aug 2014 09:16 PM (IST)
आसाराम आश्रम के पूर्व संचालक व पत्नी को मारी गोली

छिंदवाड़ा [ब्यूरो]। आसाराम आश्रम के आठ साल तक संचालक रहे ओमप्रकाश प्रजापति और उनकी पत्नी सीमा आहूजा को बुधवार की देर रात होशंगाबाद में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। हादसे के बाद दंपति का यहां पर इलाज चल रहा है। गंभीर हालत होने के कारण होशंगाबाद से महिला को भोपाल रिफर कर दिया गया है। लंबे समय तक आश्रम की कमान संभालने वाले प्रजापति को उन पर लगे आरोपों और विवादों के बाद यहां से हटा दिया गया था। ऐसे में उनपर हुए हमले के तार आश्रम से भी जोड़कर देखे जा रहे हैं।

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जानकारी के मुताबिक बुधवार देर रात को होशंगाबाद की तार फैक्ट्री के पास अज्ञात हमलावरों ने कार सवार ओमप्रकाश प्रजापति और उनकी पत्नी सीमा आहूजा पर गोलीबारी की। हादसे में ओमप्रकाश प्रजापति तो बच गए, लेकिन उनकी पत्नी सीमा को गोली लग गई। प्रजापति अब भी होशंगाबाद के ही अस्पताल में भर्ती हैं। 2002 से लेकर 2010 तक प्रजापति शहर के खजरी स्थित आसाराम आश्रम के संचालक रहे हैं। आठ साल तक आश्रम में रहने के बाद उन्होंने यहीं पर ही बतौर साध्वी रह रही सीमा आहूजा से प्रेम विवाह कर लिया था। इसके बाद वे होशंगाबाद में जाकर रहने लगे थे। यहां पर उन्होंने करोड़ों रुपए की जमीन खरीदी थी, जिसमें वे दूध डेयरी का काम कर रहे थे।

आश्रम में ही हुआ था सीमा से प्रेम

उत्तर प्रदेश के कानपुर में रहने वाले ओमप्रकाश प्रजापति ने 2002 में संचालक के रूप में आश्रम का प्रभार संभाला था। उनके कार्यकाल में ही आसाराम बापू के प्रवचन का बड़ा कार्यक्रम हुआ था। इस दौरान जबलपुर की रहने वाली सीमा आहूजा अपनी छोटी बहन के प्रभाव में आकर साध्वी बनने के लिए आश्रम आई थी। आश्रम में सीमा की छोटी बहन पहले से ही साध्वी थी।

आर्थिक अनियमितता का लगा था आरोप

8 साल तक आश्रम की कमान संभालने वाले प्रजापति पर आश्रम में रहते हुए आर्थिक अनियमितता बरतने के आरोप लगे थे। इसके बाद उन्हें हटा दिया गया था। फिर वे प्रेम प्रसंग के मामले में भी सुखिर्यो में आ गए थे। हालांकि इस मामले में प्रबंधन कुछ भी बोलने से बच रहा है। आश्रम के मीडिया प्रभारी भगवानदीन साहू ने बताया कि इस मामले की उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। यह आश्रम का पारिवारिक मामला है।

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