Move to Jagran APP

देश में बाघों की संख्‍या में 30 फीसदी का इजाफा

देश में बाघों की संख्‍या कम होने के चिंतित कर देने वाले आंकड़ों से उबरते हुए अब नई गणना में बाघों की संख्या बढ़कर बढ़कर 2226 हो गई है। यह बीते चार वर्ष में मुकाबले 30 प्रतिशत अधिक है।

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Tue, 20 Jan 2015 01:27 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jan 2015 02:27 PM (IST)
देश में बाघों की संख्‍या में 30 फीसदी का इजाफा

नई दिल्ली। देश में बाघों की संख्या कम होने के चिंतित कर देने वाले आंकड़ों से उबरते हुए अब नई गणना में बाघों की संख्या बढ़कर बढ़कर 2226 हो गई है। यह बीते चार वर्ष में मुकाबले 30 प्रतिशत अधिक है।

loksabha election banner

वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार (ऑल इंडिया टाइगर एक्सपीडिशन 2014 के मुताबिक पिछली बार जब 2010 में बाघों की गिनती की गई थी तो उनकी संख्या महज 1706 ही थी लेकिन इस बार की गई।

बाघ गणना-2010 को विश्व का अब तक का सबसे व्यापक और अत्याधुनिक-वैज्ञानिक तरीके से हुआ आकलन करार देते हुए जावड़ेकर ने कहा कि बाघ संरक्षण के क्षेत्र में बीते चार वर्ष में देश भर में अच्छा काम हुआ है। इसी के नतीजतन अब देश में बाघों की औसत संख्या 2226 है। 2006 में बाघों की संख्या गिरकर 1411 रह गई थी, जो चिंतित करने वाली थी।

ताजा गणना के अनुसार देश में अब 1,945 से 2,491 के बीच बाघ हैं। इसका औसत अनुमानित आंकड़ा 2226 लिया गया है। बाघों की पिछली गणना वर्ष 2010 में हुई थी। उस समय देश में 1,706 (1520-1909) बाघ थे।

उत्तराखंड, तमिलनाड़ु, मध्यप्रदेश, केरल और कर्नाटक में बाघों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उड़ीसा, मिजोरम, पश्चिम बंगाल-उत्तर बंगाल और केरल में बाघों की संख्या स्थिर है।

पढ़ें : टाइगर रिजर्व से 10 बाघ गायब

पढ़ें : घेराबंदी : अभी उन्नाव-कानपुर के बीच दहाड़ता रहेगा बाघ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.