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बच्‍ची के कान में था चीटियों का घर, अपने आप हुईं लापता

गुजरात की एक नन्‍हीं बच्‍ची के कान से रोजाना दस चींटियां निकलती थीं, दवाओं का भी कुछ असर नहीं था पर अब रहस्‍यमयी तरीके से ये गायब हो गयी हैं।

By Monika minalEdited By: Published: Fri, 08 Jul 2016 03:14 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jul 2016 04:46 PM (IST)

अहमदाबाद। 12 वर्षीया बच्ची के कान में चींटियों ने अपना घर बना रखा था। इसका इलाज भी कराया गया पर कोई समाधान नहीं मिला। मुश्किल जारी ही रही। एक साल से अधिक समय तक बच्ची को यह परेशानी झेलनी पड़ी। पर अब बिना किसी दवा और सर्जरी के ही अपने आप चींटियों ने आजाद कर दिया।

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एक साल से अधिक समय तक श्रेया दारजी इन चींटियों से परेशान रही, जो रोज दस की संख्या में कान से रेंगती हुई बाहर निकलती थी। इसकी वजह से स्कूल और खेलने के दौरान सहेलियों के बीच भी उसे शर्मिंदा होना पड़ता था।

इस बच्ची के कान के भीतर चींटियों के घर का वीडियो वायरल हो गया। पर अंतत: ये चींटियां गायब हो गयी हैं और बच्ची सामान्य जीवन जी रही है।

गुजरात के दीसा की श्रेया दारजी के कान में चीटियों ने अपना घर बना रखा था। विशेषज्ञों ने कहा कि इन चीटियों को निकालने के लिए उन्होंने हर प्रयास कर लिया और महज 12 साल की बच्ची के कान से चीटियों को खींच कर निकालना मुश्किल होता जा रहा था।

बच्ची के कान से निकल रही हैं चींटियां

श्रेया के कान से प्रतिदिन 10 जिंदा चीटियों को निकलने से कान में जबर्दस्त खुजलाहट होती थी।

श्रेया के पिता टेलीविजन मरम्मत करने वाले 40 वर्षीय संजय दार्जी ने कई डॉक्टरों से अपनी समस्या बतायी पर कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘मुझे लगता है यह भगवान की ही कृपा होगी जिन्होंने मेरी नन्ही बेटी की मदद की।‘

चीटियों से मुक्ति पाने के बाद श्रेया ने कहा, ‘चीटियों के साथ मुझे काफी कठिनाई हुई पर अब सब सामान्य है।‘ उसने बताया,’ बड़ी बड़ी चीटियां मेरे कान से कभी भी रेंगती हुई बाहर आती थी चाहे मैं स्कूल में हूं या फिर दोस्तों के साथ खेल रही हूं। चीटियों की वजह से मेरी जिंदगी काफी कष्टकर थी। मेरे कानों से चींटियों को निकलता देख दोस्त भी डर जाते थे। लेकिन अब सब ठीक है।‘

6 दिन तक चींटियां खा खुद को रखा जीवित

पिछले साल अगस्त माह में पहली बार श्रेया की यह मुश्किल शुरू हुई, इसके कानों में खुजली शुरू हुई।


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