कश्मीर : कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शन, पथराव; झड़पों में दो लोगों की मौत
सुरक्षा बलों और पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झ़़डपों में दो युवाओं की मौत हो गई और 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
श्रीनगर/ जम्मू(एजेंसी/ ब्यूरो)। कश्मीर घाटी में ईद के मौके पर भी मंगलवार को सभी 10 जिलों में कर्फ्यू के बावजूद हिंसक प्रदर्शन और पथराव की घटनाएं हुई। सुरक्षा बलों और पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झ़़डपों में दो युवाओं की मौत हो गई और 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
एक व्यक्ति की हृदयाघात से भी मौत हो गई। वहीं, जम्मू संभाग के पुंछ में निर्माणाधीन मिनी सचिवालय में छिपे आतंकियों से मुठभेड़ लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। रविवार सुबह 7.30 बजे शुरू हुई मुठभेड़ में चार आतंकी मारे जा चुके हैं। माना जा रहा है कि वहां एक या दो और आतंकी छिपे हैं। साल 1990 में राज्य में आतंकवाद पनपने के बाद संभवत: यह पहला मौका है, जब ईद के मौके पर पूरी घाटी में कर्फ्यू लगा रहा।
बांदीपोरा में ईद की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों के एक गुट ने सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया। उन्हें काबू में करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस और पैलेट गन का इस्तेमाल किया। आंसू गैस का एक गोला 20 वषर्षीय मुर्तुजा अहमद को लगा, जिससे उसकी मौत हो गई। इस वारदात में कई अन्य लोग जख्मी भी हुए। शोपियां जिले के बोनपोरा में भी ताजा प्रदर्शनों में शाहिद अहमद नामक युवक की मौत हो गई। इसके बाद दक्षिण कश्मीर से भी झ़़डपों की खबरें हैं।
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सीआरपीएफ के मुताबिक सोमवार से पथराव की घटनाओं में उसके तीन कर्मी घायल हो गए हैं। घाटी में 8 जुलाई को हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद 9 जुलाई से भ़़डकी हिंसा में अब तक 78 लोग मारे जा चुके हैं। अलगाववादियों ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र दफ्तर तक मार्च का आह्वान किया था। लेकिन सुरक्षा बलों ने मार्च नाकाम कर दिया। इसी के मद्देनजर लोगों के ब़़डे पैमाने पर जमा होने पर पाबंदी लगाई गई थी। घाटी में हालात से निपटने के लिए सेना को भी ग्रामीण इलाकों में तैनात किया गया है। स्थिति पर हेलिकॉप्टर और ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है।
इससे किसी क्षेत्र में ज्यादा लोगों के जमा होने पर तत्काल सूचना मिलेगी। सरकार ने पहले से ही सभी दूरसंचार कंपनियों की इंटरनेट सेवाएं तथा बीएसएनएल को छोड़कर अन्य की मोबाइल फोन सेवा अगले 72 घंटे तक बंद कर रखी हैं। सेना का ऑपरेशन 'काम डाउन' इस बीच, सेना ने दक्षिण कश्मीर को आतंकियों तथा प्रदर्शनकारियों से मुक्त कराने के लिए ऑपरेशन 'काम डाउन' शुरू कर दिया है। सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए इलाके में 4000 अतिरिक्त बल भेजे गए हैं। इन्हें दक्षिण कश्मीर के चार जिलों- पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग तथा कुलगाम में तैनात किया गया है, जहां एक तरह से 'जंगल राज' की स्थिति है।
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