नीट में 67 प्रतिशत नंबर पर मानिए सीट पक्की
नीट देने वाले छात्रों के मन में अब कट ऑफ को लेकर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि सामान्य वर्ग में कट ऑफ तकरीबन 67 प्रतिशत रहने वाली है।
देहरादून, [जेएनएन]: नीट देने वाले छात्रों के मन में अब कट ऑफ को लेकर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि सामान्य वर्ग में कट ऑफ तकरीबन 67 प्रतिशत रहने वाली है। आपका आकलन यदि इससे ज्यादा अंक का है, तो सीट पक्की समझिए।
एग्जाम की कशमकश के बाद छात्र अब परिणाम की उधेड़बुन में हैं। वह अब नंबरों की गणित में उलझे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार तमाम आकलन के बाद नीट में सामान्य वर्ग की कट ऑफ इस दफा 67 प्रतिशत के आसपास जाएगी।
बता दें कि परीक्षा में कुल 180 प्रश्न आए हैं। हरेक सवाल चार नंबर का और गलत जवाब पर एक नंबर कट। कुल 720 अंक में यदि कोई छात्र 480 के आसपास स्कोर करता है, तो उसकी सीट लगभग पक्की है। कट ऑफ वह न्यूनतम अंक है, जिसके बूते किसी भी छात्र को देशभर के मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिलता है।
गत वर्ष नीट में 8,02,594 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जबकि इस बार यह संख्या ग्यारह लाख से भी ज्यादा है। यानी 41.42 प्रतिशत ज्यादा उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। विशेषज्ञों के अनुसार एक औसत छात्र के लिए नीट प्रश्न पत्र अच्छा था और अधिकतर छात्र इस पेपर में अच्छा स्कोर करेंगे। जिसका सीधा असर कटऑफ पर दिखाई देगा।
इसके अलावा फिजिक्स व कैमिस्ट्री में चार प्रश्नों पर संशय की स्थिति है। यदि सीबीएसई इनमें परीक्षार्थियों को बोनस अंक देती है तो इसका भी प्रभाव कटऑफ पर पड़ेगा।
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