आश्रम ले जाकर रामपाल से खुलवाई गई तिजोरी
शाम तीन बजे रामपाल को हवालात से उसके आश्रम ले जाया गया। पुलिस उसको सीधे उसके कमरे में ले गई। तिजोरी, तहखाना और दरवाजों पर लगे कोड युक्त लॉक पर उसकी उंगलियां चली तो ताले खुलने लगे।
हिसार, [सुरेंद्र सोढी]। सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल ने पुलिस रिमांड के तीसरे दिन रविवार को भी ढेर सारी जानकारियां दीं। उसका कहना था कि वह तो अदालत में पेश होना चाहता था पर उसकी सेवा समिति के पदाधिकारी इसके खिलाफ थे। वे लोग उसकी जान लेना चाहते थे। इसलिए वह आश्रम में छुप कर बैठ गया।
पुलिस पूछताछ में रामपाल ने कहा कि जब तक आश्रम की कमान उसके हाथ में थी, कोई गड़बड़ नहीं होती थी। पर सेवा समिति के पदाधिकारियों का कब्जा होते ही उसे भी बंधक बना लिया गया। आश्रम में इतने हथियार कहां से आए, इस सवाल पर रामपाल टकटकी लगाए पुलिस अधिकारी को देखता रहा। अंत में पूछा गया कि इतना पैसा कहां से आया तो बोला- 'मैं बेकसूर हूं, मुझे इतणा पता है। कई बार बता लिया, लोग दान-चंदा दे दिया करते थे।'
उंगलियों के इशारे पर खुल गई तिजोरी
शाम तीन बजे रामपाल को हवालात से उसके आश्रम ले जाया गया। पुलिस उसको सीधे उसके कमरे में ले गई। तिजोरी, तहखाना और दरवाजों पर लगे कोड युक्त लॉक पर उसकी उंगलियां चली तो ताले खुलने लगे। इसके बाद रामपाल दो जोड़ी कपड़े लेकर वापस हवालात लौटा।
चार राइफल, पांच बंदूक बरामद
रामपाल की निशानदेही पर पुलिस ने चार राइफल और पांच बंदूक बरामद की। चार हजार लाठियां भी बरामद हुईं। इसके पहले भी आश्रम से भारी मात्रा में हथियार मिल चुके हैं। इस मामले ने पुलिस ने अब तक 896 लोगों को गिरफ्तार किया है।
दो बुलेट प्रूफ जैकेट मिली
सतलोक आश्रम में सर्च अभियान के दौरान डीजीपी एसएन वशिष्ठ पहुंचे। इस दौरान पुलिस को दो बुलेटप्रूफ जैकेट भी मिली। इसके अलावा तीन लाख 41 हजार की नकदी बरामद हुई।
कटा हुआ अंगूठा
सतलोक आश्रम की वीडियो में मुख्य द्वार पर एक कटा हुआ अंगूठा देखा गया है। मीडियाकर्मियों द्वारा आश्रम की वीडियो बनाई जा रही थी जिसमें कटा हुआ अंगूठा कैद हो गया। देखने में यह किसी पुरुष का लग रहा है। ऐसे में हो सकता है कि आश्रम के कमांडो द्वारा पेट्रोल बम या तेजधार हथियार चलाते वक्त अंगूठा कट गया हो। यह भी संभावना है कि आश्रम में गुरु दक्षिणा के नाम पर अंगूठा काटकर किसी कमांडो ने एकलव्य होने का परिचय दिया हो।