राम गंगा किनारे बनी एक किमी लंबी झील
परेशानी का सबब बने हरड़िया नाले के मलबे ने सदानीरा हिमानी नदी रामगंगा का प्रवाह रोकना शुरू कर दिया है। नतीजा यह है कि नदी के किनारे लगभग एक किलोमीटर लंबी झील बन चुकी है। झील से रसियाबगड़ में खेत डूबने लगे हैं। नदी किनारे बसे पिथौरागढ़ और बागेश्वर के गांवों में दहशत फैल गई है। हालात
पिथौरागढ़, जागरण संवाददाता। परेशानी का सबब बने हरड़िया नाले के मलबे ने सदानीरा हिमानी नदी रामगंगा का प्रवाह रोकना शुरू कर दिया है। नतीजा यह है कि नदी के किनारे लगभग एक किलोमीटर लंबी झील बन चुकी है। झील से रसियाबगड़ में खेत डूबने लगे हैं। नदी किनारे बसे पिथौरागढ़ और बागेश्वर के गांवों में दहशत फैल गई है। हालात ये हैं कि नदी का प्रवाह जल्द नहीं खोला गया तो नाचनी और थल जैसे कस्बों को खतरा हो सकता है। थल-मुनस्यारी मार्ग स्थित हरड़िया नाला कई वर्षो से परेशानी का सबब बना हुआ है। कुछ वर्षो पूर्व तक इस स्थान पर पत्थरों के अवैध खनन के चलते हरड़िया नाले का स्वरूप ही बदल गया। बरसात के मौसम में इस नाले में पहाड़ की तरफ 500 मीटर से अधिक ऊंचाई से भू कटाव हो रहा है। हल्की सी वर्षा होने पर हजारों टन मलबा नाले के रास्ते रामगंगा नदी में पहुंच रहा है। इसी मलबे के चलते नदी का प्रवाह रुका और झील बन गई है।
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