उन्मादी भीड़ की बढ़ती हिंसा पर गरम रही संसद
हिंदू देवताओं पर सपा की विवादित टिप्पणी से राज्यसभा में हंगामा...
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उन्मादी भीड़ की बढ़ती हिंसा पर बुधवार को संसद गर्म रहा। शोर शराबे के बाद राज्यसभा में शुरू हुई बहस में कई बार झड़प तक भी पहुंची। सरकार को घेरने के क्रम में विपक्ष ने भाजपा शासित राज्य झारखंड को उन्मादी भीड़ की हिंसा (मॉब लिंचिंग) का 'अखाड़ा' तक बता दिया। वहीं आरोप प्रत्यारोप के दौर में हिंदू देवी देवताओं पर सपा की विवादित टिप्पणी सत्ता पक्ष के आक्रामक तेवर ने काफी देर के लिए अनियंत्रित कर दिया। सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। सपा नेता नरेश अग्रवाल को अपनी विवादित टिप्पणी के लिए माफी मांगने के बाद ही सदन की कार्यवाही चल सकी।
राज्यसभा में हंगामे के दौरान ही वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नरेश अग्रवाल ने हिंदू देवी देवताओं के नाम के साथ शराब को जोड़ा है। इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। अगर यही बात उन्होंने सदन के बाहर कही होती तो उन पर केस दर्ज हो सकता था। तल्ख अंदाज में जेटली ने पूछा, क्या आप किसी और धर्म के बारे में इस तरह की टिप्पणी करने की धृष्टता कर सकते हैं। जेटली ने जोर देकर कहा कि सपा सांसद अपने बयान के लिए माफी मांगें।
सदन की कार्यवाही शुरु होने पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने तल्ख लहजे में क हा 'नरेश अग्रवाल का यह बयान हिंदू धर्म का अपमान है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी ही चाहिए।' भाजपा सांसदों के विरोध केबाद नरेश अग्रवाल का बयान राज्यसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया। सदन में बढ़ते विरोध को देखते हुए नरेश अग्रवाल ने अपने बयान पर खेद जाहिर किया। हालांकि इसके पहले अग्रवाल के बचाव में सपा नेता रामगोपाल यादव कह चुके थे कि सदन चले अथवा नहीं, लेकिन नरेश अग्रवाल माफी नहीं मांगेंगे।
मॉब लिंचिंग पर राज्यसभा में बहस की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने की। उन्होंने केंद्र समेत राजग की अन्य राज्यों में सत्तारुढ़ सरकारों पर जमकर हमला बोला। आजाद ने भाजपा शासित राज्य पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड मॉब लिंचिंग का अखाड़ा बन गया है। इसके लिए उन्होंने नाम लिये बगैर इसका सारा दोष संघ परिवार के नाम मढ़ दिया। झारखंड में मॉब लिंचिंग के कई मामले लगातार सामने आये। पिछले साल मवेशी ले जा रहे दो व्यक्तियों को पीट पीटकर मार डाला और उनके शवों को पेड़ पर लटका दिया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि व्हाट्सएप के मेसेज पर लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। अगर इस तरह से कार्रवाई हुई तो हम सभी जेल में होंगे। सत्तापक्ष की ओर इशारा करते हुए आजाद ने कहा कि आपकी पार्टी कई तरह के मेसेज फैलाती है। झारखंड में 'आपके परिवार' के लोगों ने मस्जिद में घुसकर लोगों पर अत्याचार किया। मैं आपके परिवार का नाम नहीं लूंगा, वरना हंगामा हो जायेगा। आजाद ने कहा कि गोरक्षा के नाम गुंडागर्दी हो रही है। उन्होंने कहा कि देश में गोरक्षा के नाम होने वाली संघ परिवार का कोई न कोई सदस्य जरूर शामिल रहता है।
सरकार की ओर से मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जो भी घटनाएं हो रही हैं, वह अपराध है। लेकिन विपक्ष अपनी राजनीति के लिए इसे सांप्रदायिक रंग दे रहा है। सर्वदलीय बैठक में खुद प्रधानमंत्री मोदी ने गोरक्षकों के मुद्दे पर स्पष्ट बात की थी। उन्होंने कहा कि गाय की रक्षा के लिए कानून तोड़ना जरूरी नहीं है। कुछ लोग इसका फायदा उठाकर माहौल बिगाड़ रहे हैं। चर्चा में आज भूपेंद्र यादव, सीताराम येचुरी, तपन सेन, रंगराजन और आनंद शर्मा समेत कुल 15 लोगों ने हिस्सा लिया। चर्चा बृहस्पतिवार को भी जारी रहेगी।
यह भी पढ़ेंः सचिवों-बाबूओं से कम वेतन पर छलका सांसदों का दर्द
यह भी पढ़ेंः क्यों मुलायम सिंह को लगता है चीन कभी भी कर देगा भारत पर बड़ा हमला