पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर की गोलाबारी, बीएसएफ जवान शहीद
पाकिस्तानी रेंजरों ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे आरएस पुरा सेक्टर में चार घंटे में दो बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। पाकिस्तान ने सोमवार को जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तीन दर्जन से अधिक भारतीय चौकियों और रिहायशी इलाकों में भारी गोलाबारी की, जिसमें सीमा सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया। साथ ही एक छह वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। गोलीबारी में दो सीमा प्रहरियों समेत आठ लोग घायल हैं। पाकिस्तान की ओर से जम्मू के सीमांत क्षेत्रों में दागे गए 82 एमएम के मोर्टार से दर्जनों घरों को नुकसान पहुंचा है। 50 मवेशी मारे गए हैं। वहीं, भारत की जवाबी कार्रवाई में सीमा पार पाकिस्तान में भी दो लोगों की मौत हुई है।
साथ ही पांच रेंजरों समेत एक दर्जन लोग घायल हैं। पाक रेंजरों की दो चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा है। दूसरी तरफ पाक गोलाबारी से बचने के लिए हजारों लोगों ने पलायन कर दिया। अकेले आरएसपुरा के ही 12 गांव खाली हो गए हैं। पलायन का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। सोमवार सुबह करीब चार बजे अखनूर के गढ़खाल व परगवाल में भी गोले दागने का सिलसिला शुरू हो गया था। पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी में आरएसपुरा के सुचेतगढ़ से लेकर अखनूर तक की तीन दर्जन से अधिक भारतीय चौकियों को निशाना बनाया गया।
बीएसएफ ने इस गोलाबारी का उचित जवाब दिया। गोलाबारी में सीमांत गांवों में काफी तबाही हुई। पाक रेंजर्स की चौकियों को भी नुकसानसूत्रों की मानें तो भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान रेंजरों की दो चौकियों को भारी नुकसान हुआ है। एक चौकी अखनूर के सामने स्थित तारिक पोस्ट है और दूसरी पोस्ट आरएसपुरा सेक्टर के सामने है। इन दोनों पोस्टों पर पांच के करीब रेंजर्स घायल हुए हैं।
सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जागरण को बताया कि हमने दो पाकिस्तानी चौकियों में गोले गिरते देखा था, इन पोस्टों पर घायल पाकिस्तानी रेंजरों को ले जाने के लिए एंबुलेंस भी आई थी। सीमा सुरक्षा बल के डीजी केके शर्मा ने भी सीमा पार नुकसान होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि हम पाकिस्तान की तरह रिहायशी इलाकों पर गोले नही फेंकते हैं। हम उन जगहों को निशाना बनाते हैं जहां से गोले दागे जा रहे हों। इस दौरान दिशा गलत होने से कई बार गोला आगे पीछे भी गिर जाता है।
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