BSP की तस्वीर बदलने में जुटीं मायावती, नजरें BJP विरोधी गठबंधन पर
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मिली करारी शिकस्त के बाद मायावती पार्टी में कई तरह के बदलाव कर रहीं हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यूपी नगर निकाय चुनाव पार्टी के चिह्न पर लड़ने का फैसला किया है। मायावती का यह फैसला गठबंधन की राजनीति के लिए पार्टी संगठन को तैयार करने की उनकी कोशिश की तरफ इशारा कर रहा है।
यूपी चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद मायावती ने कुछ दिन पहले ही भाजपा विरोधी गठबंधन का हिस्सा होने का संकेत दिया था, जिसके बाद उन्होंने पार्टी संगठन में भी बदलाव किया है। पहले जहां बीएसपी के संगठन में 10 से भी ज्यादा जोन हुआ करते थे, वहीं अब पार्टी में सिर्फ दो ही जोन होंगे। हर जोन को 9 डिवीजनों में विभाजित किया गया है। पार्टी से संबंधित मामलों की देखरेख के लिए दोनों जोन में 8 पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं।
हालांकि पार्टी संगठन में हुए बदलावों को लेकर अभी कोई आधिकारिक वकत्व्य नहीं आया है। अंग्रेजी अखबार इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार संगठन के भीतर लखनऊ, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, चित्रकूट और झांसी को पहले जोन में रखा गया है। राज्यसभा सदस्य अशोक सिद्धार्थ, नौशाद अली और आर एस कुशवाहा समेत 8 पर्यवक्षेक पहले जोन के लिए कार्य करेंगे।
दूसरे जोन में कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, फैजाबाद, बस्ती, मिर्जापुर, देवीपाटन, आजमगढ़ और गोरखपुर 9 डिवीजन है। पार्टी ने इस जोन के लिए 8 पर्यवक्षेकों को नियुक्त किया है जिनमें रामअचल राजभर, लालजी वर्मा और मुनकाद अली शामिल हैं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि बसपा ने अब महानगर अध्यक्ष का भी नया पद बनाया है, जो केवल उन शहरों के लिए होगा, जहां नगर निगम हैं। मायावती ने पूर्व मंत्री नकुल दूबे और अनंत मिश्रा को लखनऊ और कानपुर का महानगर अध्यक्ष नियुक्त किया है।
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