Move to Jagran APP

10 लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार

झारखंड के बोकारो जिले जिले में शुक्रवार को 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली मनोरत्तम सोरेन उर्फ टुन्ना सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे जिले के गोमिया थाना क्षेत्र स्थित डुमरी बिहार कोयोटाड़ रेलवे क्रॉसिंग के पास पकड़ा गया।

By Sachin kEdited By: Published: Sat, 11 Apr 2015 01:25 PM (IST)Updated: Sat, 11 Apr 2015 09:09 PM (IST)

जागरण संवाददाता, बोकारो। झारखंड के बोकारो जिले जिले में शुक्रवार को 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली मनोरत्तम सोरेन उर्फ टुन्ना सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे जिले के गोमिया थाना क्षेत्र स्थित डुमरी बिहार कोयोटाड़ रेलवे क्रॉसिंग के पास पकड़ा गया। नक्सली संगठन की केंद्रीय समिति में तकनीकी सेल सह स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य टुन्ना झारखंड के गिरिडीह जिले के पिरटाड़ स्थित चतरो गांव का रहने वाला है।

पुलिस के मुताबिक वह बोकारो के लुग्गु पहाड़ में तीन माह से छिपे सेंट्रल कमेटी सदस्य करण उर्फ विवेक दा उर्फ प्रयागजी का संदेश लेकर सारंडा में सेंट्रल कमेटी सदस्य अनल व किशुन दा तक पहुंचाने जा रहा था। उसके पास से लेवी के 18,300 रुपये, हिंदी व बांग्ला में लिखा पत्र, नक्सली साहित्य व अन्य कागजात बरामद हुए हैं। पुलिस अधीक्षक अन्नेपु विजयलक्ष्मी ने बताया कि मनोरत्तम गत वर्ष बिहार के जमुई जिले में पुलिस से साथ हुई मुठभेड़ में शामिल था।

वह झारखंड के रामगढ़ व हजारीबाग की मुठभेड़ में भी शामिल रहा है। आंध्र व ओडिशा के नक्सलियों से भी मनोरत्तम के संपर्क रहे हैं। नक्सली टुन्ना से आइबी की टीम के अलावा अन्य खुफिया एजेंसियों ने भी पूछताछ की। एजेंसियों को आशंका है कि वह जोनल कमेटी का भी सदस्य हो सकता है।

नक्सलियों की रिहाई के लिए एसपी कार्यालय घेरा

लखीसराय जिले के कजरा थाना क्षेत्र में नक्सलियों की रिहाई के लिए तीर-धनुष व हंसिया से लैस सौ आदिवासियों ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी शुक्रवार देर शाम गिरफ्तार नक्सलियों की रिहाई की मांग कर रहे थे।

भाकपा माले के संजय कुमार अनुरागी व संतोष कुमार सिन्हा प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे थे। उनका कहना था कि नक्सली होने के आरोप में गिरफ्तार गणेश कोड़ा, सरयुग कोड़ा व जालंधर कोड़ा निर्दोष हैं।

पढ़ेंः नक्सलियों के आगे पुलिसकर्मी का समर्पण

नक्सलियों की मदद से नवदंपति की जान ली


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.