दिल्ली में मनोज तिवारी होंगे भाजपा के ट्रंप कार्ड
दिल्ली में राजनीतिक आधार मजबूत कर सता हासिल करने की कोशिश में जुटी भाजपा की नजर पूर्वाचल के मतदाताओं पर है। पार्टी की योजना आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा पूर्वाचलियों को अपने साथ जोड़कर विरोधियों को मात देने की है और इसके लिए गंभीरता से प्रयास भी
संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। दिल्ली में राजनीतिक आधार मजबूत कर सता हासिल करने की कोशिश में जुटी भाजपा की नजर पूर्वाचल के मतदाताओं पर है। पार्टी की योजना आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा पूर्वाचलियों को अपने साथ जोड़कर विरोधियों को मात देने की है और इसके लिए गंभीरता से प्रयास भी शुरू हो गए हैं।
तय रणनीति के अनुसार यह जिम्मेदारी भोजपुरी फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता व उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी को दी गई है जो राजधानी में 50 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार करेंगे।
पढ़ें - सहवाग को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी में कांग्रेस
छठ पर अवकाश घोषित करवा चुकी है पार्टी
भाजपा यह जानती है कि दिल्ली की सता हासिल करने के लिए पूर्वाचल के लोगों का साथ जरूरी है। इसलिए पार्टी उनके मुद्दों को उठाकर उन्हें अपने साथ जोड़ने की कवायद में जुटी हुई है। छठ पूजा पर अवकाश की घोषणा कराकर पार्टी इन लोगों को भावनात्मक रूप से अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर चुकी है।
50 लाख से अधिक हैं पूर्वाचली
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में पूर्वाचल के लोगों की तादाद 50 लाख से भी ज्यादा है तथा इनमें से अधिकांश लोग अनधिकृत कॉलोनियों में रह रहे हैं। इन कॉलोनियों में बुनियादी सुविधाओं का बड़ा अभाव है। इसलिए भाजपा इन कॉलोनियों को नियमित कराने का मुद्दा जोरशोर से उठा रही है।
राजधानी में किराड़ी, उत्तम नगर, द्वारका, विकासपुरी, बुराड़ी, बादली, मुंडका, लक्ष्मी नगर, नंदनगरी, द्वारका, सीलमपुर, संगम विहार, बाबरपुर, नांगलोई सहित कई अन्य विधानसभा क्षेत्र पूर्वाचल बहुल हैं। इन इलाकों में पार्टी का जनाधार और बढ़ाने के लिए मनोज तिवारी के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
पार्टी नेताओं का कहना है कि मनोज तिवारी की लोकप्रियता का फायदा पार्टी को निश्चित रूप से मिलेगा। तिवारी अभी तक झारखंड चुनाव प्रचार में व्यस्त थे लेकिन अब वह दिल्ली में प्रचार करने के लिए उपलब्ध हैं। उम्मीद है कि अगले सप्ताह से वह दिल्ली में प्रचार शुरू कर देंगे।