पत्नी-बच्चों से मिल फूट-फूटकर रोया कोली
डासना जेल में बंद निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली की पत्नी शांति देवी रविवार को आठ साल के बाद पति से मिलने जेल पहुंची। उसके साथ दोनों बच्चे, भाई व गांव का सरपंच भी थे। पत्नी और बच्चों से करीब आधा घंटे की मुलाकात के दौरान कोली फूट-फूटकर रो पड़ा। इससे पहले 11 सितंबर को मेरठ
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। डासना जेल में बंद निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली की पत्नी शांति देवी रविवार को आठ साल के बाद पति से मिलने जेल पहुंची। उसके साथ दोनों बच्चे, भाई व गांव का सरपंच भी थे। पत्नी और बच्चों से करीब आधा घंटे की मुलाकात के दौरान कोली फूट-फूटकर रो पड़ा। इससे पहले 11 सितंबर को मेरठ जेल में कोली की मां ने भी उससे मुलाकात की थी।
रविवार को सुरेंद्र कोली की पत्नी, 11 वर्षीय पुत्री, आठ वर्षीय पुत्र, भाई व पैतृक गांव अल्मोड़ा के मंगरूखल गांव के सरपंच नारायण सिंह जेल पहुंचे। कोली ने आठ वर्ष बाद पत्नी व बच्चों का चेहरा देखा। जेल सूत्रों के मुताबिक उन्हें देखकर वह फूट फूटकर रोने लगा। वह बारी-बारी सबसे मिला और बात की। उसने सभी को गले से लगाया। पत्नी उसके लिए फल लेकर गई थी, जिसे कोली ने रख लिए। पत्नी व बच्चे भी कोली के गले लगकर खूब रोए। कोली की पत्नी इस समय दिल्ली में रह रही है।
बता दें कि पूर्व में सीबीआइ कोर्ट द्वारा फांसी की तारीख मुकर्रर करने के बाद कोली को चार सितंबर को मेरठ के चौधरी चरण सिंह जेल स्थानांतरित कर दिया गया था। उसे आठ सितंबर को फांसी होनी थी। सात सितंबर की आधी रात को सुप्रीम कोर्ट ने कोली की फांसी पर 29 अक्टूबर तक के लिए रोक लगा दी थी। उसे 17 सितंबर को वापस डासना जेल शिफ्ट कर दिया गया। निठारी कांड में पांच मामलों में फैसला आ चुका है। पांचों ही मामलों में सीबीआइ अदालत उसे मृत्युदंड की सजा सुनाई है जबकि 11 मामलों में अभी सुनवाई जारी है।