अब चीन के दो असंतुष्टों को वीजा देने से भारत का इन्कार
चीन के उइगर नेता दोल्कुन इसा का वीजा रद करने के बाद भारत ने एक अन्य चीन की असंतुष्ट नेता लु जिंगुह और सामाजिक कार्यकर्ता रा वोंग को वीजा देने से मना कर दिया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र । चीन के उइगर नेता दोल्कुन इसा का वीजा रद करने के बाद भारत ने एक अन्य चीन की असंतुष्ट नेता लु जिंगुह और सामाजिक कार्यकर्ता रा वोंग को वीजा देने से मना कर दिया है। दोनों लोकतंत्र और चीन पर धर्मशाला में एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आने वाले थे। इस बीच भारत ने इसा का वीजा रद करने के लिए चीन के दबाव में झुकने के आरोप को खारिज किया।
उइगर नेता को वीजा देने पर भारत से खफा था चीन
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, वीजा के लिए दिए गए जिंगुह और वोंग के दस्तावेज अस्पष्ट थे और उनमें असंगतियां पाई गईं। ऐसे में उन दोनों को वीजा जारी नहीं किया गया। जिंगुह जानीमानी थ्यानमेन विरोधी कार्यकर्ता हैं जबकि वोंग हांगकांग में रहने वाले कार्यकर्ता हैं। जिंगुह ने दावा किया था कि उनका वीजा रद कर दिया गया और उन्हें न्यूयार्क में एयर इंडिया के विमान में सवार होने से रोक दिया गया।
इसा का वीजा रद करना सही
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि उइगुर नेता दोल्कुन इसा का वीजा रद करने का फैसला सही है। इसा ने वीजा हासिल करने के लिए सच्चाइयां छुपा ली थीं। इसा ने इलेक्ट्रॉनिक वीजा पाने के बाद सार्वजनिक तौर पर घोषणा की कि वह सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत जा रहा है। यह बात वीजा फॉर्म में नहीं बताई गई थी। इसके बाद यह जानकारी मिली कि इसा के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कार्नर नोटिस जारी किया है। स्वरूप ने कहा कि चीन ने भारत के सामने अपनी स्थिति साफ की और इसा के खिलाफ जारी इंटरपोल नोटिस का सम्मान करने को कहा।
दोल्कुन इसा का वीजा रद्द करने से मजबूत होंगे भारत-चीन संबंध?