Move to Jagran APP

एचएसजीपीसीएक साथ संभालेगी सभी गुरुद्वारों का प्रबंधन

हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी [एचएसजीपीसी तदर्थ] प्रदेश के सभी 72 गुरुद्वारों का प्रबंधन एक साथ संभालेगी। गुरुद्वारों पर नियंत्रण के लिए 11 सदस्यीय तदर्थ कमेटी अब 31 जुलाई को रणनीति बनाएगी। 30 जुलाई को तय बैठक कमेटी ने टाल दी है।

By Edited By: Published: Wed, 30 Jul 2014 02:55 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jul 2014 07:47 AM (IST)

चंडीगढ़। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी [एचएसजीपीसी तदर्थ] प्रदेश के सभी 72 गुरुद्वारों का प्रबंधन एक साथ संभालेगी। गुरुद्वारों पर नियंत्रण के लिए 11 सदस्यीय तदर्थ कमेटी अब 31 जुलाई को रणनीति बनाएगी। 30 जुलाई को तय बैठक कमेटी ने टाल दी है। तदर्थ समिति को उम्मीद है कि एचएसजीपीसी के हरियाणा के गुरुद्वारों का प्रबंधन संभालने में एसजीपीसी बाधा नहीं बनेगी। एसजीपीसी के अध्यक्ष व सदस्य समझदार हैं, और वे कानून को अपने हाथ में नहीं लेंगे।

loksabha election banner

एचएसजीपीसी तदर्थ के अध्यक्ष जगदीश झींडा ने कहा कि प्रदेश के गुरुद्वारों का प्रबंधन संभालने के लिए अब एडहॉक कमेटी के सदस्य गुरुवार को बैठक करेंगे। इसमें सर्वसम्मति से गुरुद्वारों पर नियंत्रण लेने का शांतिपूर्वक समाधान खोजा जाएगा। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कानून बनने के बाद वैसे भी प्रदेश के गुरुद्वारों पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का नियंत्रण खत्म हो चुका है। एचएसजीपीसी तदर्थ कमेटी राज्य के सभी ऐतिहासिक व अन्य गुरुद्वारों का प्रबंधन एक साथ लेने की रणनीति तैयार कर रही है। वे कानूनन तरीके से गुरुद्वारों का कामकाज संभालने जाएंगे।

गुरुद्वारों में जमे हुए हैं एसजीपीसी सदस्य

एचएसजीपीसी तदर्थ समिति के लिए हरियाणा के गुरुद्वारों का नियंत्रण अपने हाथ लेना आसान नहीं होगा। चूंकि ऐतिहासिक आठ गुरुद्वारों में अब भी एसजीपीसी के दर्जनों सदस्य डेरा जमाए हुए हैं। खुफिया एजेंसियों को चकमा देने के लिए टास्क फोर्स के सदस्य भी नीली वर्दी के बजाय सफेद कुर्ता पाजामा ही पहन रहे हैं। ऐसे में एचएसजीपीसी के प्रबंधन संभालने जाने पर माहौल तनावपूर्ण हो सकता है।

सीधी उंगली से काम न बना तो करेंगे टेढ़ी

जगदीश झींडा ने कहा कि एसजीपीसी की चंडीगढ़ में मौजूद संपत्ति पर उनका भी 40 फीसद हिस्सा बनता है। इसके लिए वह एसजीपीसी के अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ को पत्र लिखेंगे। अगर वह सीधे तरीके से सब आफिस, रेस्ट हाउस व अन्य संपत्तियों पर हक देने को तैयार नहीं हुए तो हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।

पढ़ें:एचएसजीपीसी प्रकरण: औपचारिक रूप से गठित हुई 11 सदस्यीय कमेटी

पढ़ें: एचएसजीपीसी के गठन पर बवाल, कांग्रेस मुख्यालय पर सिखों का प्रदर्शन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.