पूरे देश में गर्मी का कहर जारी, तेलंगाना व आंध्र में 223 मरे
तेलंगाना व आंध्रप्रदेश में चल रही गर्म हवाओं ने जमकर कहर बरपाया है। दोनों राज्यों में अब तक कुल 223 लोगों की मौत हो चुकी है। आंध्र में 95, जबकि तेलंगाना में 128 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है।
नई दिल्ली। तेलंगाना व आंध्रप्रदेश में चल रही गर्म हवाओं ने जमकर कहर बरपाया है। दोनों राज्यों में अब तक कुल 223 लोगों की मौत हो चुकी है। आंध्र में 95, जबकि तेलंगाना में 128 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है।
राजधानी दिल्ली में भी तपिश बढ़ी है। शनिवार इस मौसम का सबसे गर्म दिन रहा। यहां न्यूनतम तापमान 29.3 व अधिकतम 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने रविवार को दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में धूलभरी आंधी व बूंदाबादी की संभावना व्यक्त की है।
तेलंगाना के नलगोंडा व करीमनगर में क्रमश: 28 व 22 और खमम में नौ लोग गरमी से मारे गए। उधर, आंध्र के प्रकाशम जिले में सबसे ज्यादा 40 लोगों की मौत हुई, जबकि विशाखापट्टनम में 12 व श्रीकाकुलम में आठ लोग लू की भेंट चढ़ गए। कुछ स्थानों को छोड़कर दोनों राज्यों से स्थानीय स्तर पर मरने वालों का विस्तृत ब्योरा अब तक नहीं मिल सका है।
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तेलंगाना के खमम, नलगोंडा, निजामाबाद, रामागुंडम में अधिकतम 47 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। आदिलाबाद, वारंगल, महबूबनगर और करीमनगर में लू ने लोगों को बेहाल कर दिया है। आंध्र प्रदेश मेंकृृष्णा जिले का नंदीगामा सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम 46 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
पश्चिम बंगाल में 12 और झारखंड में तीन की मौत
भीषण गर्मी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में आठ और जानें ले ली, जिससे यहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। झारखंड में भी भीषण गर्मी से शनिवार को तीन लोगों की मौत हो गई।
क्या है लू :
-अधिकतम तापमान के लगातार पांच दिनों तक सामान्य तापमान से पांच डिग्री सेल्सियस ज्यादा होने को लू कहते हैं
भारत में चलने वाली लू :
-भारत-पाकिस्तान के बीच वाले दोआब क्षेत्र में पश्चिम से चलती हैं गर्म हवाएं
-मई-जून माह में इन हवाओं का असर होता है काफी घातक
-सुबह- शाम के अलावा पूरे दिन बाहर निकलना नहीं होता आसान
-मानसून आने पर ही रुकती हैंं गर्म हवाएं
लू का प्रभाव :
-शरीर में अकडऩ, मांसपेशियों में दर्द व ऐंठन
-ज्यादा पसीना निकलने से शरीर में हो जाती है तरल पदार्थों की कमी
-पानी कम होने से त्वचा की ओर बढ़ जाता है रक्त का प्रवाह
-जरूरी अंगों के लिए खून का संचार पड़ जाता है धीमा