नाला सफाई घोटालाः जांच रिपोर्ट से बीएमसी में हड़कंप, 80 अधिकारी फंसे
मुंबई में नाला सफाई घोटाले से जुड़ी जांच रिपोर्ट से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पता चाल है कि इसमें 80 अधिकारियों की भूमिका पायी गई है।
मुंबई (मिड-डे)। नाला सफाई घोटाला मामले में लगभग एक वर्ष बीत जाने के बाद जांच से सामने आए खुलासे ने बीएमसी (बृहनमुंबई म्यूनिसिपल कार्पोरेशन) में हड़कंप मचा दिया है। जांच से पता चला है कि नाला सफाई मामले में लिप्त भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं। जांच में पाया है कि बीएमसी के लगभग 80 अधिकारियों की भूमिका इस घोटाले में संदिग्ध हैं। किसी एक घोटाले में इतने अधिकारियों की संलिप्ता येे सबड़े बड़ा मामला है।
कार्पोरेशन का जांच विभाग संदिग्ध इंजीनियरों और कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर रहा है। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ विभागीय इंक्वायरी की जाएगी। यह अब तक का सबसे बड़ा मामला है। पिछले वर्ष सितंबर महीने में 14 दोषी अधिकारियों को निलंबित किया गया था।
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बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी चीफ इंजीनियर लक्ष्मण वहातकर ने इस पर कुछ भी बयान देने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम 80 अधिकारियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। घोटाले में उनकी क्या भूमिका रही है इसेे मालूम किया गया और आरोप पत्र तैयार किया जा रहा है। कार्य पूरा होते ही कुछ अधिकारियों को विभागीय जांच के लिए नियुक्त किया जाएगा। फिलहाल इसमें कितने लोग शामिल हैं इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
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एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सड़क घोटाले में पहले से ही कई अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध रही है। वहीं अब नालेे की सफाई के घोटाले में उससे भी ज्यादा अधिकारियों की संलिप्तता पाई गई है। उन्होंने कहा कि आरोप पत्र कब तक तैयार हो पाएगा, इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
बता दें कि यह घोटाला वर्ष 19 जून 2015 को सामने आया था। उस वक्त मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ मेंं कई इलाके डूब गए थे। बीएमसी कमिश्नर की प्रारंभिक जांच के बाद ये नाला सफाई घोटाला के रूप में बाहर आया। जिसके बाद म्यूनिसिपल कार्पोरेशन के डिप्टी कमिश्नर प्रकाश पटेल और कुछ अन्य अधिकारियों की देखरेख में एक प्रारंभिक जांच शुरू की गई। जांच के बाद पिछले साल सितंबर में घोटाले में संदिग्ध भूमिका वाले 14 अधिकारियों को निलंबित किया गया था। अब इसमें 80 अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरेे में है
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