बंगाल की भूमि को बर्बाद करने वाले खुद-ब-खुद नष्ट हो जाएंगे: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में अमित शाह द्वारा दिए गए बयान निंदा करते हुए कहा कि कृषि, स्वास्थ्य, उद्योग व प्रशासनिक व्यवस्था को राष्ट्रीय स्तर पर देखें तो बंगाल काफी प्रगति पर है।
अलीपुरद्वार, संवाद सूत्र। बंगाल की भूमि पहले काफी नरम थी जो अब काफी कड़क व सख्त हो गई है अगर किसी ने हमारी भूमि बर्बाद करने की जुर्रत की तो वह खुद-ब-खुद नष्ट हो जाएगा। यह मंतव्य बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिले के कुदाल बस्ती में प्रशासनिक बैठक करने के उपरांत पत्रकारों से बात करते हुए व्यक्त किया। उन्होंने कोलकाता में अमित शाह द्वारा दिए गए बयान निंदा करते हुए कहा कि कृषि, स्वास्थ्य, उद्योग व प्रशासनिक व्यवस्था को राष्ट्रीय स्तर पर देखें तो बंगाल काफी प्रगति पर है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि वर्ष 2012 से लगातार पांच वर्षो तक राज्य को कृषि संबंधित पुरस्कार मिला है। राष्ट्रीय कृषि का विकास दर 1.1 फीसदी है, लेकिन राज्य का कृषि विकास दर 6.6 फीसदी है। उद्योग विभाग में केंद्र का विकास दर 7.3 व राज्य का विकास दर 10.59 फीसदी। ई-गवर्नेंस समेत प्रशासनिक परिसेवा उन्नत होने के लिये ही राज्य को 'स्वर्ण मयूर' पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी नि:शुल्क किडनी, लीवर व हार्ट का प्रत्यारोपण किया जा रहा है। दूसरे किसी राज्य में इस प्रकार की सुविधा नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह झूठी दिलासा व गलत भाषणबाजी व दंगा भड़काने का काम नहीं करतीं जब कि भाजपा के नेता व मंत्री काम कम पर बातें लंबी -लंबी करते हैं।
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा बंगाल में सरकार बनाना तो दूर एक हिस्से को भी नहीं छू पाएगी। राज्य की प्रगति को देखकर ही केंद्र सरकार को ईष्र्या हो रही है। माकपा सरकार ने कर्ज छोड़ा था। अभी भी प्रतिवर्ष 40 हजार करोड़ रुपये चुकाना पड़ रहा है। केंद्र बंगाल सरकार को वंचित करना चाहती है। असम में टी बोर्ड का गठन किया गया, लेकिन बंगाल में नहीं।
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