टूट सकती हैं डीडीए की 200 कॉलोनियां
डीडीए की 200 से अधिक कॉलोनियां टूट सकती हैं। इन्हें 30 से 40 साल पहले बसाया गया था और इनके अधिकांश फ्लैट जर्जर हो गए हैं। डीडीए इन्हें तोड़कर नए फ्लैट बनाना चाहता है। जिन लोगों के फ्लैट तोड़े जाएंगे उन्हें और भी बड़े फ्लैट दिए जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) की 200 से अधिक कॉलोनियां टूट सकती हैं। इन्हें 30 से 40 साल पहले बसाया गया था और इनके अधिकांश फ्लैट जर्जर हो गए हैं। डीडीए इन्हें तोड़कर नए फ्लैट बनाना चाहता है। जिन लोगों के फ्लैट तोड़े जाएंगे उन्हें और भी बड़े फ्लैट दिए जाएंगे, डीडीए इसकी योजना बना रहा है।
योजना में विशेषज्ञों के विचार शामिल करने के लिए डीडीए उपाध्यक्ष बलविंदर कुमार ने मंगलवार को बैठक बुलाई। डीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, उन्हें योजना में शामिल किया जाएगा। इसके बाद जनता के विचार लिए जाएंगे। इस योजना का मकसद दिल्ली का पुनर्विकास करना है।
यह है योजना
दिल्ली के पुनर्विकास के लिए डीडीए एक योजना पर काम कर रहा है। इसमें मुख्य रूप से जनता की भागीदारी होगा। आठ से दस लोग मिलकर भी यदि 2 हजार मीटर तक की जगह का इंतजाम कर लेंगे तो उन्हें वर्तमान से दोगुना तक एफएआर (फ्लोर एरिया रेश्यो) दिया जाएगा।
डीडीए इसके लिए कुछ शर्ते रखेगा, लोगों को उनका पालन करना होगा। बलविंदर कुमार का कहना है कि हम चाहते हैं कि दिल्ली व्यवस्थित और साफ-सुथरी हो। ग्रीन बिल्डिंग बनें। जल का शोधन कर उपयोग किया जाए। जनता के सहयोग से छोटी-छोटी पार्किंग बनें। सड़कों को और अधिक चौड़ा किया जाए।
कुछ दिन पहले शहरी विकास मंत्रलय ने दिल्ली को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने के लिए स्थानीय निकायों के सामने बात रखी थी। डीडीए के सुझावों को मंत्रलय ने स्वीकार कर लिया है। डीडीए ने मंत्रलय की अनुमति से दिल्ली के पुनर्विकास की योजना बनाई है।
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