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उत्तर प्रदेश में बाढ़ ने बिगाड़े हालात

उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उफनाई नदियों से सैकड़ों गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। संक्रामक रोगों की आहट मिलने लगी है। घाघरा और राप्ती नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में राप्ती नदी बाढ़ पर है। यहां यह 0.21 मीटर की गति से बढ़ रही है। रामपुर घोसिया

By Edited By: Published: Sat, 23 Aug 2014 08:58 AM (IST)Updated: Sat, 23 Aug 2014 09:11 AM (IST)

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उफनाई नदियों से सैकड़ों गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। संक्रामक रोगों की आहट मिलने लगी है। घाघरा और राप्ती नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में राप्ती नदी बाढ़ पर है। यहां यह 0.21 मीटर की गति से बढ़ रही है। रामपुर घोसियारी, बेलहा गांव के समीप तथा करमहना के समीप शुक्रवार को बांध कटने से कई गांव राप्ती नदी के पानी की चपेट में आ गए है। दो और लोगों के शव मिलने से अब यहां मृतकों की संख्या 20 हो गई है।

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गोंडा में एल्गिन-चरसड़ी बांध का स्पर नंबर एक घाघरा में समा गया। बाढ़ के पानी से 32 गांवों की 45632 आबादी अभी प्रभावित है। पानी में उतराते मवेशियों के शव अब दरुगध पैदा कर रहे हैं, जिससे संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है। लखीमपुर के तिकुनिया क्षेत्र में मोहाना नदी की कटान जारी है। सिद्धार्थनगर जिले में करीब डेढ़ दर्जन गांव टापू बन गए है। बस्ती जिले में घाघरा नदी के पानी में 176 गांव प्रभावित हैं। महराजगंज जिले में नारायणी के कहर की वजह से पंद्रह सौ परिवार प्रभावित है।

संत कबीर नगर जिले में नदी एवं बंधे के बीच के तीन दर्जन गांव चौतरफा पानी से घिरे हुए हैं। कानपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 114 मीटर के ऊपर पहुंच गया है। बलिया, मऊ और आजमगढ़ में घाघरा नदी लगातार खतरे के बिंदु से ऊपर बहने के बाद अब उतरने लगा है। राजस्थान के कुछ हिस्सों को छोड़ कर शुक्रवार को उत्तर भारत में आम तौर पर मौसम सूखा ही रहा। राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम में उमस और गर्मी से लोग परेशान रहे। दिल्ली में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

मौसम विभाग का कहना है कि कल भी मौसम ऐसा ही रहेगा। मौसम में तल्खी के कारण हरियाणा और पंजाब में भी तपिश बरकरार रही। हरियाणा में हिसार सर्वाधिक गर्म रहा और यहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। श्रीनगर में शुक्रवार को मौसम ने फिर करवट बदल ली। उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी, जबकि मैदानी क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि का सिलसिला शुरू हो गया। बर्फबारी व बारिश से तापमान फिर से सामान्य से नीचे चला गया। मौसम विभाग की मानें तो वादी में मौसम के मिजाज तीखे ही बने रहेंगे। इस बीच ओलावृष्टि से कई इलाकों में खड़ी फसलें भी तबाह हो गई।

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