त्र्यम्बकेश्वर मंदिर विवाद में तृप्ति देसाई फिर हिरासत में
महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पूजा करने के लिए जा रहीं भूमाता ब्रिगेड की सदस्यों को मंगलवार को भी पुलिस ने हिरासत में लिया।
नासिक। महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पूजा करने के लिए जा रहीं भूमाता ब्रिगेड की सदस्यों को मंगलवार को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पूजा की जिद पर अड़ीं ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई और बाकी सदस्यों को पुलिस ने एहतियातन मंदिर से 80 किलोमीटर नंदुर शिंगोते में दूर रोक दिया और हिरासत में ले लिया।
सोमवार को भी हिरासत में ली गई थी
तृप्ति देसाई ने हिरासत में लिए जाने के बाद कहा कि हम त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पूजा के लिए जा रहे थे और पुलिस जो भी कर रही है, गलत कर रही है। नंदुर शिंगोते में ही सोमवार को पुलिस ने भूमाता ब्रिगेड की 100 सदस्यों को सोमवार को भी हिरासत में ले लिया था। हालांकि कुछ घंटों बाद पुलिस ने इन्हें छोड़ दिया था।
इसके पहले त्र्यम्बकेश्वर मंदिर में घुसने को लेकर काफी हंगामा हुआ। मंदिरों में महिला अधिकारों की मांग को लेकर लड़ाई लड़ने वाली सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ती देसाई समेत कई महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि बाद में उन्हें पुलिस ने रिहा कर दिया। रिहाई के बाद उन्होंने कहा कि क्या यही अच्छे दिन है। वह फिर मंदिर में घुसने का प्रयास करेंगी। पुलिस ने इन्हें मंदिर से पहले ही नंनदूर शिंगोटे से हिरासत में लिया है। इनका इरादा मंदिर के गर्भगृह में महिला श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को तोड़ने का है।
इस दौरान तृप्ति देसाई ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है। तृप्ति ने कहा 'पुलिस ने हमें बेवजह हिरासत में लिया है। हम शांतिपूर्ण तरीके से मंदिर की तरफ जा रहे थे। यह सही नहीं है।'
तृप्ति ने कहा ने मामले में सीएम फड़नवीस से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि 'अब सीएम कहां हैं, हमें मंदिर में घुसने की इजाजत मिलनी चाहिए। पुलिस की दादगिरी नहीं चलेगी। कहां गए अच्छे दिन। ये महिलाओं का अपमान है।"
गौरतलब है कि भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ती देसाई ने उम्मीद जताई थी कि हमें हिरासत में नहीं लिया जाएगा, क्योंकि हमें सीएम फड़नवीस अौर पुलिस का समर्थन प्राप्त है।
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उल्लेखनीय है कि शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी हटाने की मांग पर महिला संगठन भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड ने हाल ही में प्रदर्शन किया था। भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड और मंदिर पदाधिकारियों के बीच इस मुद्दे पर कई बार चर्चा भी हुई। भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने इस संबंध में कहा था कि सीएम जो भी फैसला करेंगे उसका वह समर्थन करेंगी। अन्य पार्टियां भी इस पर राजी होंगी।
26 जनवरी को देसाई की अगुआई में करीब चार सौ महिलाओं ने मंदिर के चबूतरा पर जाने का प्रयास किया था। पुलिस ने उन्हें मंदिर से करीब 70 किमी पहले सुपा गांव में रोक दिया था।
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