डॉन ने जेल में पूरे किए 14 साल, जल्द मिल सकती है रिहाई!
डॉन बबलू श्रीवास्तव को आने वाले कुछ महीनों में रिहाई मिल सकती है। सेंट्रल जेल प्रशासन ने जेल में उसके 14 साल पूरे होने के बाद सर्टिफिकेट ए तैयार करके लखनऊ जिला प्रशासन को भेजा है। जांच के बाद जिला प्रशासन इस सर्टिफिकेट को शासन के पास भेजेगा और अगर
बरेली, [अभिनय सिंह]। डॉन बबलू श्रीवास्तव को आने वाले कुछ महीनों में रिहाई मिल सकती है। सेंट्रल जेल प्रशासन ने जेल में उसके 14 साल पूरे होने के बाद सर्टिफिकेट ए तैयार करके लखनऊ जिला प्रशासन को भेजा है। जांच के बाद जिला प्रशासन इस सर्टिफिकेट को शासन के पास भेजेगा और अगर यहां से स्वीकृति मिल गई तो बबलू को जेल से रिहाई मिल जाएगी।
1999 में नैनी जेल से हुआ था शिफ्ट :
निरालानगर लखनऊ निवासी डॉन बबलू श्रीवास्तव को वर्ष 1999 में इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल से बरेली जिला जेल शिफ्ट किया गया था। उसे सिंगापुर से प्रत्यर्पण संधि के जरिए भारत सरकार को सौंपा गया था। कुछ दिन नैनी जेल में रहने के बाद बबलू श्रीवास्तव बरेली आ गया और तब से यहीं है।
ऐसे होती है फॉर्म ए की कार्रवाई :
जेल में जब किसी कैदी के 14 साल पूरे हो जाते हैं तो जेल प्रशासन संबंधित जिले के डीएम को जेल में उसके चाल-चलन, मुकदमों की विस्तृत जानकारी के साथ रिपोर्ट भेजता है, जिसे फॉर्म ए कहते हैं। डीएम उस फाइल का अध्ययन करने के बाद उस क्षेत्र के आइजी को भेजते हैं और फिर यह फाइल शासन के पास पहुंचती है। डीएम और आइजी की रिपोर्ट के आधार पर कैदी की रिहाई का फैसला होता है।
एक की कैंसिल, दो की विचाराधीन :
डॉन बबलू श्रीवास्तव के साथ ही जेल में उसके दो अन्य साथी मंजीत सिंह उर्फ मंगे और रामकिशोर सैनी भी बंद हैं। इन दोनों के भी जेल में 14 साल पूरे हो चुके हैं। इसके चलते करीब सात महीने जेल प्रशासन ने रामकिशोर का फॉर्म ए लखनऊ जिला प्रशासन को भेजा था लेकिन उसे कैंसिल कर दिया गया। अब जेल प्रशासन ने दोनों के फॉर्म लखनऊ डीएम को भेजे हैं।
डॉन बबलू श्रीवास्तव और उसके साथियों के जेल में 14 साल पूरे हो चुके हैं। उनके फॉर्म ए भरकर लखनऊ जिला प्रशासन को भेजे गए हैं। इनमें रामकिशोर सैनी को फॉर्म पहले भेजा था, उसे कैंसिल कर दिया गया है।
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